6 डिजाइन को किया शार्ट लिस्ट इसमें 25 प्रतिभागियों में से 6 के डिजाइन को शार्ट लिस्ट किया गया। करीब 3500 स्क्वेयर फीट के लिए तैयार डिजाइन में प्रतिभागियों ने सुझाव दिया कि यहां बनने वाली रैंप में ब्रेल लिपी से डिफरेंट कोट्स लिखे जाए, जिससे स्पेशल चाइल्ड्स को कुछ सीखने को मिले। वहीं, जलतरंग के साथ हाइड एण्ड सीक और वाटर बॉडी एरिया भी बनाया जाए। आईआईआईडी भोपाल चैप्टर की चेयरपर्सन मयूरी सक्सेना ने बताया कि इन डिजाइन को आरुषि को दिया जाएगा।
वॉश बेसिन का पानी हो यूज
वहीं, एक अन्य कॉम्पीटिशन कस्टमाइज टॉयलेट डिजाइन को लेकर था। प्रतिभागियों को तीन बाय साढ़े छह स्क्वेयर फीट एरिया के लिए डिजाइन तैयार करना था। इसके लिए 50 एंट्रीज आई थी, जिसमें से 13 को शार्ट लिस्ट किया गया था। प्रतिभागियों ने सुझाव दिया कि पानी को बचाने के लिए वॉश बेसिन के पानी को स्टोर कर इसका यूज फ्लश में किया जाए। इस पानी को स्टोर करने के लिए थोड़ी सी हाइट पर छोटा टैंक भी बनाया जा सकता है।
लिफ्ट से हट जाएगा बाथ टब
वहीं, एक अन्य सुझाव आया कि बाथ टब को इस तरह डिजाइन किया जाए कि यूज के बाद उसे लिफ्ट करने पर वह स्पेस खाली हो जाए। इससे पहले पैनल डिस्कशन में डिजाइनर एक्सपट्र्स ने स्टूडेंट्स के साथ इंटरेक्शन किया। एक्सपट्र्स ने डिफरेंट फील्ड में यूज होने वाली डिजाइन्स के बारे में विस्तार से बताया।
एक्सपर्ट ने दिए टिप्स
इस पैनल डिस्कशन में बतौर एक्सपर्ट मृगनयनी की हेड डिजाइन कंसल्टेंट और एडब्लूएएमए की डायरेक्टर और डिजाइनर अनुभी ब्यौहार, स्कूल ऑफ जर्नलिÓम एंड कम्युनिकेशन की कम्युनिकेशन डिजाइनर और एसोसिएट प्रोफेसर नुपुर तिवारी, सिरेमिक आर्टिस्ट शम्पा शाह, इंटीरियर आर्किटेक्ट एंड कंसल्टेंट आईडी राविश, क्रिएटिव एंड स्टेजजी हेड अंकित जैन, ग्राफिक डिजाइनर एंड सोशल एक्टिविस्ट काकोली भट्टाचार्य शामिल हुए। पैनल डिस्कशन के को-ओडिनेटर राविश मर्चेंट थे।