गौरतलब है कि एक जनवरी, 2014 में यह सुविधा ऑनलाइन सेवा अल्पास के माध्यम से शुरू की गई थी। इसमें भू-उपयोग की जानकारी प्राप्त करने के लिये आवेदक को ऑनलाइन फार्म भरकर साइबर ट्रेजरी के चालान की पावती, खसरा एवं 200 मीटर घेरे का खसरा मानचित्र अपलोड करने पर 7 दिन के अंदर भू-उपयोग प्रमाण-पत्र डिजिटल हस्ताक्षर के साथ ऑनलाइन दिये जाने का प्रावधान था।