प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बाद साढ़े चार हजार समितियों में मतदाता सूची तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है। यह सूची एक माह के अंदर तैयार हो जाएगी। दावे-आपत्तियों के बाद मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। समितियों में चुनाव सितम्बर तक पूर्ण हो जाएंगे।
हर जिले में लगेगा 500 कर्मचारियों का अमला हर जिले में औसत 88 सहकारी समितियां हैं। यहां चुनाव कराने के लिए करीब पांच सौ अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा पुलिस फोर्स लगेगा। इसके पहले इन कर्मचारियों को मतदान कराने के संबंध में सहकारिता चुनाव प्राधिकरण द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जिन कर्मचारियों और अधिकारियों की ड्यूटी चुनाव कराने में लगाई जाएंगी उनकी सूची कलेक्टरों को तीन माह पहले प्राधिकरण में भेजनी पड़ेगी।