यह टेंडर भोपाल एयरपोर्ट के समीप स्थित पीपलनेर, बुरहानपुर के हथनूर, खंडवा के इंदिरा सागर जलाशय पर बने इमलानी आइलैंड, लछोरामाल आइलैंड, नजरपुरा आइलैंड, कसरावद आइलैंड, जबलपुर में भेड़ाघाट के पास स्थित बिलखिरूआ, खजुराहो के निकट स्थित दतला पहाड़, सांची के पास स्थित नीनोद, ओरछा के पास स्थित सावंत नगर, देवास के पास शंकरगढ़ ओर उज्जैन के नजदीक स्थित ब्रिजराजखेड़ी के लिए जारी हुए हैं। यहां इन्वेस्टर को न्यूनतम 100 करोड़ राशि निवेश करना होगी। इन स्थानों पर पर्यटक कैसे ज्यादा संख्या में आएं इसकी योजना बनाने की आजादी भी इन्वेस्टर को दी जा रही है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां पर विकास वह अपने हिसाब से कर सकते हैं।
इन जगहों पर होटल, रिसार्ट, एडवेंचर पार्क, कन्वेंशन सेंटर, गोल्फ कोर्ट, वेलनेस सेंटर बनाया जा सकता है। निर्माण कार्य और उससे जुड़ी योजना फिलहाल इन्वेस्टर को ही दी गई हैं। ताकि वे अपने हिसाब से काम कर सकें। जिसका फायदा यह भी होगा कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। एक साथ 12 जगहों पर होने वाले विकास कार्य से हर क्षेत्र में पर्यटन बढ़ेगा।
एमपी पर्यटन बोर्ड के प्रबंध संचालक शिवशेखर शुक्ला के अनुसार कुछ सालों में शहर में पर्यटन के अवसर बढ़े हैं। ऐसे में जरूरी है कि नए जगहों को भी डेवेलप किया जाए। पर्यटन और हास्पिटलिटी को बेहतर बनाने के लिए यह कार्य किया जा रहा है। फिलहाल 12 जगहों को ही चिह्नित किए गए हैं। आने वाले समय में और भी स्थानों पर इसी तरह विकास किया जाएगा।