सीएम ने कहा कि सरकारी सिस्टम में न कहने की आदत होती है लेकिन हम हां कहने की आदत डालेंगे। कमलनाथ ने उद्योगपतियों से कहा कि आप आलोचना का सत्र बुलाइए और जो कमियां वो बताइए,मैं बुरा नहीं मानूंगा। निवेश के लिए सबसे जरुरी विश्वास का वातावरण होता है जिसको हमने बनाने में बहुत मेहनत की है।
सीएम ने कहा कि उन्होंने उद्योग लगाने में कैपिटल सब्सिडी की योजना बनाई है लेकिन इसमें शर्त यही रहेगी कि उस सब्सिडी का इस्तेमाल भी प्रदेश में ही करना होगा। सीएम ने कहा कि इंडिया सीमेंट के चेयरमैन एन श्रीनिवासन 1200 करोड़ इन्वेस्ट का सीमेंट प्लांट लगाने जा रहे हैं लेकिन मैने उनके सामने शर्त रखी है कि वे सीमेंट के परिवहन में प्रदेश के ट्रकों का ही इस्तेमाल करेंगे।
हम प्रदेश में निवेश लाना चाहते हैं इसलिए जो समस्याएं आएंगी उनको तत्काल हल करेंगे। लघ-कुटीर, छोटे और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा।
परिवर्तन करके ही उद्योग-व्यापार विकास :
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि उद्योग-व्यापार जगत, समय के साथ अपने आपको को बदले। यह तभी संभव है जब आप नई तकनीक का प्रयोग करके परिवर्तन ला सकते हैं।
विकास कर सकते हैं। जो लोग इस दौड़ में पीछे है, उनके उद्योग बंद हो गए। आज ओला, उबर, ई-कॉमर्स बिजनेस से जो बदलाव आया है, वह नए दौर की सोच दिखाती है। उन्होंने कहा कि उबर अब खुद से ट्रैक्टर को जोडऩे जा रहा है। आज के युवाओं की सोच अलग है।
वे व्यापार करना चाहते हैं, उनको रोजगार चाहिए। हमें उनके हिसाब से सोचना होगा। सामाजिक समस्याएं तभी हर होंगी जब आर्थिक समस्याएं नहीं रहेंगी। सीएम ने कहा कि मैं जीडीपी जैसे शब्द नहीं जानता, मैं तो सिर्फ ये जानता हंू लोगों की खर्च करने की इनकम बढऩी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज हम उत्पादन में आगे बढ़ गए, जो हमारे लिए कभी चुनौती हुआ करती थी। उन्होंने कहा कि आज जब उत्पादन बढ़ गया तो उनके विपणन के लिए नई मंडियां बनाई गई। उत्पादन बढऩे से कृषि जिंसों के भाव कम होंगे। और किसान कर्जदार होगा। पिछले 3-4 सालों में यही काम हुआ है।
व्यापारी ही सरकार चलाते हैं : दिग्विजय
कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व मुख्यमंत्री और कॉम्पिस्ट के संरक्षक दिग्विजय सिंह ने कहा कि कॉर्पोरेट जगत का विश्वास जीतना होगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने निवेशकों का विश्वास जीता है।
दिग्विजय ने कमलनाथ से कहा कि छोटे और मध्यम उद्योगों का विश्वास भी आपको जीतना होगा और उन पर विश्वास भी करना होगा। दिग्विजय ने कहा कि व्यापारी ही सरकार चलाते हैं। नियम-कानून में परिवर्तन करना पड़े तो आप करेंगे क्योंकि आपका काम करने का तरीका अलग है। दिग्विजय ने कहा कि प्लास्टिक पर बैन तो लग गया लेकिन उसकी परिभाषा नहीं बताई गई जिससे प्लास्टिक की पकड़ा-धकड़ी शुरु हो गई।
दिग्विजय सिंह ने ही ये मांग भी उठाई थी कि उद्योगपतियों की समस्या हल करने के लिए सीएस की अध्यक्ष में कमेटी बनाई जानी चाहिए। इस मांग को सीएम ने मंच से ही मंजूर कर लिया।