एमपी टूरिज्म बोर्ड प्रदेश के पर्यटन स्थलों तक कम समय में आसानी से पहुंचने के लिए पर्यटन वायु सेवा का संचालन पीपीपी (Public Private Partnership) मोड पर कर रही है। प्रदेश के प्रमुख हवाई अड्डों इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, भोपाल, खजुराहो के साथ-साथ हवाई पट्टियों में से रूट का चयन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि फिलहाल शुरुआती दौर में भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर के अलावा खजुराहो, रीवा, उज्जैन और पचमढ़ी को धार्मिक पर्यटन के लिए हवाई सेवा से जोड़ने की योजना है। आने वाले समय में पर्यटकों की डिमांड के अनुसार और भी धार्मिक शहरों को जोड़ा जाएगा।
मध्य प्रदेश में कई पर्यटन स्थल हैं। इन स्थलों तक पर्यटक आसानी से पहुंच सकें। इसी को ध्यान में रखकर मोहन सरकार ने गुरुवार को इस हवाई सेवा (air service) को शुरू किया है। इस हवाई सेवा से प्रदेश के कई बड़े शहरों के साथ खास पर्यटन स्थलों को जोड़ा जा रहा है। धार्मिक पर्यटन के लिए जो विमान उड़ान भरेंगे, उनमें एक बार में 8 यात्री बैठ सकते हैं।
इस एयर टैक्सी सेवा का लाभ लेने के लिए कंपनी की तरफ से एप उपलब्ध कराया जाएगा। इस एप पर रूट से लेकर एयर टैक्सी के रूट के अनुसार किराया, टाइमिंग से लेकर पूरी जानकारी उपलब्ध रहेगी। इसी एप से एयर टैक्सी सेवा की बुकिंग की सुविधा रहेगी।
किन शहरों के लिए शुरू हुई यह सुविधा
प्रारंभिक चरण में भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर के अलावा खजुराहो, रीवा, उज्जैन और पचमढ़ी में कि जा रही है। और जानकारी के अनुसार हवाई टैक्सी का न्यूनतम किराया तीन हजार रुपये तक रह सकता है।