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भोपाल

सरकार ने ही गल्र्स को दे रखे मोबाइल फोन

इंटरव्यू— डॉ. मंजुला शर्माप्रिंसिपल, सरोजिनी नायडू गल्र्स पीजी कॉलेज

भोपालFeb 26, 2019 / 08:53 am

दिनेश भदौरिया

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भोपाल. सरोजिनी नायडू गल्र्स कॉलेज में स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर किए कई उपाय किए जा रहे हैं। कॉलेज के सामने जल्द ही एक महिला पुलिस चौकी भी स्थापित की जाएगी, जिससे कॉलेज के बाहर खड़े होने वाले शोहदों और अवांछित तत्वों पर शिकंजा कसा जा सकेगा। स्टूडेंट्स द्वारा मोबाइल यूज किए जाने से समस्याएं तो हैं, लेकिन जब सरकार ही मोबाइल प्रदान कर रही है तो कॉलेज प्रशासन इसे कैसे रोक सकता है? कॉलेज की तमाम समस्याओं और डवलपमेंट पर पत्रिका ने प्रिंसिपल डॉ. मंजुला शर्मा से बातचीत की।
सवाल: क्या कॉलेज परिसर में एहतियात के तौर पर जैमर लगाए गए हैं?
जवाब: नहीं, कॉलेज परिसर में जैमर नहीं लगाए गए हैं। जब सरकार ही गल्र्स को मोबाइल देकर संचार तकनीक फ्रेंडली बना रही है, तो जैमर की क्या आवश्यकता है? मोबाइल का प्रयोग पढ़ाई, सुरक्षा और महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित किया जाता है।
सवाल: कॉलेज मेें सीपीए को स्पोट्र्स हॉल बनाना था, इस समय क्या स्थिति है?
जवाब: इंडोर स्टेडियम के लिए निर्माण कार्य चल रहा है। इसकी लागत के बारे में तो अभी सटीक नहीं बता सकती, लेकिन इसके बनने से टेबल टेनिस, बैडमिंटन आदि इंडोर गेम्स की प्रतिभाएं कॉलेज से निकलेंगी।
सवाल: सरोजिनी नायडू महाविद्यालय में टीचिंग स्टाफ की कमी बताई जा रही थी?
जवाब: नहीं, ऐसा नहीं है। हमारे यहां पूरा टीचिंग स्टाफ है। महाविद्यालय में शिक्षण का रिकॉर्ड बेहतर है। इसके चलते ही पिछले शैक्षणिक सत्र की अपेक्षा इस वर्ष एक हजार अधिक स्टूडेंट्स ने प्रवेश लिया।
सवाल: गल्र्स कॉलेज होने के कारण संस्थान के आसपास अवांछित तत्व डेरा जमाए रहते हैं, सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं?
जवाब: हमारे पास सिक्योरिटी गाड्र्स हैं। इसके सिवा पुलिस बाहर निगरानी रखती है। कॉलेज शुरू होने के समय से लेकर छुट्टी होने तक डायल 100 की गाडिय़ां चक्कर लगाती हैं। महिला पुलिस चौकी का निर्माण भी होना है।
सवाल: कॉलेज में रिफ्रेशमेंट की कोई व्यवस्था की गई है, जिससे स्टूडेंट्स को बाहर नहीं जाना पड़े?
जवाब: कॉलेज परिसर में ही कैंटीन की व्यवस्था है, जिसमें खान-पान की सुविधा है। स्टूडेंट्स यहां से अल्पाहार ले सकती हैं। खान-पान की गुणवत्ता पर भी नजर रखी जाती है।
सवाल: कॉलेज में स्टूडेंट्स को रोजगारपरक शिक्षा भी दी जा रही है?
जवाब: हां, कम्प्यूटर एप्लीकेशन समेत कई वोकेशनल कोर्सेज/डिप्लोमा संचालित किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें पास आउट होने के बाद जॉब के लिए भटकना नहीं पड़े। कुछ कोर्स ऐसे भी जिनके बाद अपना काम भी शुरू किया जा सकता है।

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