यहां के हालात ये हैं कि जहां किसी वाहन को पहुंचने में दो मिनट लगते हैं, वहां खासी मशक्कत के बाद 15 से 20 मिनट में पहुंच रहे हैं। ऐसे में लोगों को समय पर राहत नहीं मिल पाती है। पूरे कोलार में मुख्य मार्ग के चौराहों पर कहीं भी न तो ट्रैफिक सिग्नल्स लगाए गए हैं न ही यातायात को व्यवस्थित करने पुलिसकर्मियों की तैनाती है, जिससे स्थिति बदतर हो रही है। मंदाकिनी और चूना भटï्टी चौराहे पर पुलिकमियों की ड्यूटी तो लगाई जाती है, फिर भी जाम लग रहा है।सायरन भी नाकाफी
एंबुलेंस और दमकल वाहन चालकों के मुताबिक कोलार में कहीं भी ट्रैफिक सिग्नल नहीं होने से ट्रैफिक को रोका ही नहीं जाता है। ऐसे में सायरन की आवाज सुनकर भी वाहन चालक रास्ता नहीं देते हैं। इसके कारण अकसर एंबुलेंस और दमकल वाहन जाम में ही फंसे रहते हैं।
समय पर मौके पर नहीं पहुंचने के कारण कई बार स्थिति बिगड़ जाती है और लोगों को जन-धन की हानि के साथ ही डीजल व समय भी बर्बाद होता है।
सडक़ पर ही लग जाती है वाहनों की लंबी कतार
कोलार मुख्य मार्ग पर सुबह से देर रात तक वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। मार्ग के दोनों ओर मार्केट हैं। यहां पार्किंग के लिए बेसमेंट तो बनाए गए हैं, पर वाहन पार्क नहीं किए जाते। यहां भी दुकानें बनाकर या तो बेच दी गई हैं या किराए पर दी हैं, जिसके कारण वाहन सडक़ पर ही पार्क किए जाते हैं। इससे आवाजाही में दिक्कत होती है।
सडक़ पर ट्रैफिक सिग्नल लगाना भूले जिम्मेदार
ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए
जरूरी सिग्नल्स कोलार मुख्य मार्ग पर
कहीं भी नहीं लगाए गए हैं। सर्वधर्म
से लेकर बैरागढ़ चीचली तक एक भी ट्रैफिक सिग्नल नहीं हैं। जबकि इस मार्ग पर रोजाना हजारों वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। इस मार्ग पर आधा दर्जन से अधिक चौराहे हैं।
ट्रैफिक बन रही बाधा
ट्रैफिक पुलिस कम होने और सिग्नल नहीं होने से हमारी गाडिय़ां समय पर नहीं पहुंच पातीं। कोलार मुख्य मार्ग पर सुबह 9 बजे से दोपहर 12 और शाम पांच से सात बजे तक सबसे अधिक दिक्कत होती है। यदि ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त हो तो आपातकालीन सेवा का समय पर फायदा मिल सकता है।
पंकज खरे, फायर प्रभारी, कोलार
मेरे पास अब तक किसी के द्वारा सिग्नल लगवाने का प्रस्ताव नहीं आया है। इसके बाद भी हम एक बार और नगर निगम को इसके लिए प्रस्ताव बनवाकर भेजवा देते हैं, क्योंकि ट्रैफिक सिग्नल लगवाने का काम नगर निगम का है। जिन चौराहों पर पुलिस जवान तैनात नहीं हैं वहां हम पुलिस जवानों की तैनाती कर देंगे।
अरविंद कुमार दुबे, टै्रफिक एएसपी