लोकसभा में अच्छा प्रदर्शन करेंगे…
11 दिसंबर को मध्य प्रदेश विधानसभा परिणाम आने के बाद जहां हार के कारणों पर बीजेपी समीक्षा कर रही है वही राकेश सिंह ने हार की जिम्मेदारी अपने ऊपर ट्वीट कर कहा कि ‘यह शिवराज जी का बड़प्पन है कि वह पार्टी की हार की जिम्मेदारी ले रहे हैं, लेकिन बीजेपी में हर जिम्मेदारी सामूहिक होती है। अगर कोई कमी रही है, तो वह हम सभी की कमी है। उसे दूर करके हम लोकसभा चुनाव में पहले से अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
तेज तर्राट और सख्त अध्यक्ष चुनना होगा…
विधानसभा में सबसे ज्यादा सीट जितने वाली कांग्रेस के सामने जहां मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के बाद कांग्रेस के सामने विधानसभा अध्यक्ष चुनना सबसे बड़ी चुनौती है। इस बार सरकार के बहुमत और विपक्ष के आंकड़े को देखते हुए कांग्रेस को तेज तर्राट और सख्त अध्यक्ष चुनना होगा। कांग्रेस के पास स्पष्ट बहुमत से दो विधायक कम हैं तो भाजपा के पास 109 विधायक हैं। यानी विपक्ष के पास सत्ता पक्ष की संख्या से महज पांच विधायक ही कम हैं। भाजपा के पास नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव जैसे आक्रामक और अनुभवी विधायक हैं, जो सरकार के सामने मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। विधानसभा में विपक्ष के वार को नाकाम करने के लिए कांग्रेस के पास गिने-चुने नेता ही नजर आते हैं।