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भोपाल

भाजपा के निशाने पर मध्यप्रदेश, अमित शाह समेत कई कद्दावर नेता मिशन में जुटे ?

नागरिकता संशोधन कानून का मध्यप्रदेश में विरोध हो रहा है।

भोपालJan 02, 2020 / 01:26 pm

Pawan Tiwari

भाजपा के निशाने पर मध्यप्रदेश, अमित शाह समेत कई कद्दावर नेता मिशन में जुटे ?

भाजपा के निशाने पर मध्यप्रदेश, अमित शाह समेत कई कद्दावर नेता मिशन में जुटे ?

भोपाल. लोकसभा चुनाव में बंपर जीत दर्ज करने बाद कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा अब मिशन मध्यप्रदेश की तैयारी कर रही है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 12 जनवरी को मध्यप्रदेश के जबलपुर दौरे पर आ रहे हैं। अमित शाह के दौरे को लेकर तरह-तरह की सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं। अमित शाह जबलपुर नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनसभा को संबोधित करेगें इसके साथ वो कुछ प्रबुद्धजनों से भी मुलाकात करेंगे।
दौरे को लेकर कयास क्यों?
नागरिकता संशोधन को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए। कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन भी हुए। मध्यप्रदेश के कई जिलों में धारा 144 लागू की गई थी। लेकिन जबलपुर में तीन थानों में हंगामा हुआ था जिसके बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था। अब अमित शाह यहां आ रहे हैं।
कई बड़े नेताओं का भी दौरा
भाजपा के कई बड़े नेता सीएए को लेकर सम्मेलन कर सकते हैं। उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा भोपाल में कराने की तैयारी है। इसके साथ ही धर्मेन्द्र प्रधान, रमेश पोखरियाल, देवेन्द्र फड़णवीस, पूनम महाजन, रमाशंकर कठेरिया, विनय सहस्त्रबुद्धे, राज्यसभा सांसद अरुण चतुर्वेदी के साथ ही मध्यप्रदेश के कई नेता भी मिशन एमपी के लिए जुट गए हैं।
RSS की भी बैठक
मध्यप्रदेश में आज से ( 2 जनवरी ) से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक इंदौर में शुरू हुई है। ये बैठक 8 जनवरी तक चलेगी, जिसमें सभी प्रांत व क्षेत्र प्रचारक, कार्यवाहक, संघचालक और अखिल भारतीय कार्यकारिणी के साथ करीबन 400 प्रतिनिधियों के भाग ले रहे हैं।
CAA के विरोध में कांग्रेस
मध्यप्रदेश सरकार सीएए के विरोध में है। मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भोपाल में पैदल मार्च भी किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून मध्यप्रदेश में लागू नहीं होगा। वहीं. दूसरी तरफ मध्यप्रदेश भाजपा के सभी बड़े नेता लगातार कह रहे हैं मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिरा देंगे। ये सरकार पांच साल पूरे नहीं करेगी।
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