उसने बदमाश का हाथ झटका और फिर जोर से चीखी तो बगल के कमरे में सो रहे माता-पिता जाग गए। ये देख बदमाश बालकनी से कूदकर भाग निकला। घटना गांधी नगर इलाके के सागर बंग्लो में देर रात करीब ढाई बजे की है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक सागर बंग्लो गांधी नगर निवासी नरेंद्र जायसवाल एक निजी संस्था के माध्यम से नेशनल हेल्थ मिशन में मैनेजर हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात वे खाना खाकर सोने चले गए थे। वे फस्र्ट फ्लोर में स्थित एक कमरे में पत्नी व छोटे बेटे के साथ सो रहे थे। बगल के कमरे में 12 वर्षीय बेटी काव्या सो रही थी। काव्या एक निजी स्कूल में सातवीं कक्षा की छात्रा है।
देर रात करीब ढाई बजे नरेंद्र ने काव्या के चीखने की आवाज सुनी तो वे जाग उठे। वे दरवाजे खोलने पहुंचे, लेकिन वह बाहर से बंद था। एक मिनट बाद काव्या ने दरवाजा खोला। नरेंद्र ने काव्या से पूछा तो उसने बताया कि एक आदमी मेरे ऊपर बैठकर गला दबा रहा था।
उसने दोनों पैरों से उसके हाथ दबा रखे थे। घुटन होने पर उसकी नींद खुली तो उसने हाथ झटका, जो कि बाहर आ गया। उसने बदमाश के मुंह पर जोरदार पंच मारा। वह नकाब पहने था, जो पंच मारने से हट गया। काव्या चीखी तो वह डर कर भागने लगा। तभी काव्या दोबारा जोर से चीखी तो उसके पिता जाग गए और उसके कमरे की तरफ आए।
साहस की जुबानी: मेरा दम घुटने लगा था
मैं घर में सो रही थी। रात करीब ढाई बजे रहे होंगे। अचानक सोते वक्त कोई व्यक्ति मेरे कमरे में आकर मेरा गला दबा दिया। नींद खुली तो वह मेरे पैर पर बैठा मिला। वह मुझे चुप रहने के लिए मुंह पर हाथ दबा रहा था। करीब सवा मिनट में मेरा दम घुटने लगा। मैं झटका देकर उठी। तभी मैंने बदमाश के चेहरे पर पंच मारा। उसका नकाब उतर गया। तभी वह भाग निकला। मैं पहले काफी डर गई थी।
काव्या
(जैसा पत्रिका को बताया )
सारा सामान बिखरा था, 700 रुपए ले गया
नरेंद्र ने बताया कि जब तक बाहर निकले, आरोपी भाग चुका था। घर में सारा सामान बिखरा पड़ा था। चोर उनके घर से उनकी पत्नी के पर्स से 700 रुपए चोरी कर ले गया। जबकि अन्य सामान बेटी के साहस के चलते सुरक्षित बच गया। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।