लोग इलाज के लिये दर-दर भटक रहे हैं। शिवराज सरकार को जमीनी हक ीकत अभी तक नहीं पता, आज भी रोज झूठे दावे में लगे हुए हैं। प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं , पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है। आज भी आँकड़ों में हेरा फेरी का खेल हो रहा है। आग से सब कुछ तबाह होता जा रहा है और सरकार अब नींद से जाग कुआँ खोदने की तैयारी कर रही है। ऑक्सीजन कंसनट्रैटर मशीन अब खरीदने जा रहे हंै, रेमडेसिविर इंजेक्शन की अब व्यवस्था कर रहे हंै। अब बेड बढ़ाने की बात कर रहे हंै। अब निजी भवनों को अस्पताल बनाने के ऑफर दे रहे हंै, अब जाकर मंत्रियों को जिले के प्रभार सौंपे हैं। ये कैसी व्यवस्था – ये कैसी निष्ठुर सरकार।