पुलिस अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से अज्ञात आरोपियों की शिनाख्त कर रही है। पुलिस ने अभी तीन लोगों की शिनाख्त कर चुकी है। विधायक कटारे पर आरोप है कि वे शुक्रवार दोपहर पालीवाल अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर की केबिन में धमकाने की नियति से पहुंचे। इससे पहले उनके भाई योगेश कटारे अपने 20-25 गुर्गों के साथ अस्पताल को दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा था।
शुक्रवार को अस्पताल के किराए को लेकर योगेश कटारे अपने 20-25 गुंडों को लेकर पालीवाल अस्पताल को बंधक बना लिया था। डाक्टर, कर्मचारियों को धमकाते हुए मरीजों को इलाज से रोक दिया था। वहीं, मरीजों को रोकने पेट्रोल से भरे दो टैंकर अस्पताल के गेट पर अड़ा दिए थे।
पालीवाल का आरोप है कि कटारे के लोग आइसीयू, एक्सरे कक्ष, सोनोग्राफी, पैथोलॉजी लैब समेत अन्य कक्ष में बैठ गए। वहां से कर्मचारियों को बाहर भगा दिया। कर्मचारियों को धमकी दी गई कि अस्पताल में अब दिखे तो ठीक नहीं होगा।
जिस भवन में अस्पताल संचालित है, वह कटारे परिवार की है। डॉ. पालीवाल ने बताया कि अगस्त 2015 से अगस्त 2018 तक बिल्डिंग उन्होंने 14 लाख रुपए हर माह के किराए पर ली थी। इसका 48 लाख रुपए एडवांस जमा है। पालीवाल ने बताया कि पिछले पांच माह से किराया नहीं दिया है। इस पर कटारे ने उन्हें 2.11 करोड़ रुपए की रिकवरी नोटिस दिया था। जबकि उन्होंने कटारे से मिलकर बोला था कि एडवांस की रकम से किराया काट लें। अगले माह से किराया देंगे। हर माह की 7 तारीख को किराया देना था, लेकिन 6 को ही कटारे के लोग आ धमके।