वर्ष 2017 में खराब हो गई थी मशीन
बता दें कि भोपाल रेलवे स्टेशन पर रोजाना औसतन करीब 60 से 80 हजार यात्रियों का आना-जाना होता है। सुरक्षा के लिहाज से भोपाल रेलवे स्टेशन पर अन्य सुरक्षा इंतजाम तो थे लेकिन लगेज स्कैनर पिछले दो सालों से खराब होने के कारण सुरक्षा व्यवस्था कमजोर साबित हो रही थी। इससे पहले रेलवे द्वारा वर्ष 2015 में करीब 32 लाख की लागत की लगेज स्कैनिंग मशीन लगाई हुई थी। दो साल मेंटेनेंस की गारंटी खत्म होने के बाद जब वर्ष 2017 में यह मशीन खराब हुई तो इसे सुधरवाया नहीं गया।