बैरागढ़ निवासी हुंदराज बाधवानी ने अपने शिकायती आवेदन में बताया था कि दोनों पति पत्नी सरकारी नौकरी से रिटायर्ड हुए हैं। पेंशन के 85 हजार रुपए मिलते हैं। बड़े पुत्र नरेंद्र बाधवानी की शादी 18 साल पहले हुई थी। थोड़ समय बाद वह परिवार से अलग हो गया। पिता ने उसे मकान खरीदकर भी दे दिया। लेकिन तीन साल पहले बड़ा बेटा परिवार सहित फिर से पिता के घर लौट आया। इसके बाद प्रॉपर्टी को लेकर आए दिन झगड़े होने लगे। एसडीएम ने सुनवाई के बाद ये आदेश सुनाया है। छोटा बेटा आनंद और उसकी पत्नी पिता की देखभाल करते हैं