नाम वापसी के बाद बचे हुए प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह अवांटित कर दिए जाएंगे। भेल संस्था का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। इससे लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लगाई गई आचार संहिता का समिति चुनाव पर कोई असर नहीं होगा। चुनाव अधिकारी विनय कौशल ने बताया कि सभी चुनावी प्रक्रिया को सहकारिता विभाग के निर्देश पर समयानुसार किया जा रहा है।
इधर, मैनेजमेंट ने चुनाव टालने कलेक्टर को पत्र लिखा
चालू वित्तीय वर्ष का अंतिम महीना चल रहा है। ऐसे में चुनाव में भेल कर्मचारियों की हिस्सेदारी उत्पादन लक्ष्य व प्रोडक्शन को प्रभावित कर सकता है। लिहाजा, मैनेजमेंट ने जिला कलेक्टर और सहकारिता विभाग को पत्र लिखकर चुनाव टालने की अपील की है। हांलाकि अब तक इस पर फैसला नहीं हो सका है।