भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) ने विवि की स्पेशल बीएड की मान्यता अटका कर शर्तें पूरी करने को कहा है। विवि प्रशासन इस मामले में शर्तें पूरी करने का दावा कर रहा है, लेकिन तैयारियां अधूरी जानकर स्टूडेंट्स आशंकित हैं। इन स्टूडेंट्स का कहना है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन शर्तें पूरी नहीं कर पाया तो उनकी डिग्री बेकार हो जाएगी।
सवाल: फर्जी नियुक्ति के मामलों में ऑडिट आपत्ति के बाद भी सेलरी का भुगतान क्यों किया जा रहा है?
जवाब: यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इस प्रकरण में जो भी कोर्ट का आदेश होगा, उसका पालन किया जाएगा।
जवाब: यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इस प्रकरण में जो भी कोर्ट का आदेश होगा, उसका पालन किया जाएगा।
सवाल: स्पेशल बीएड के परीक्षा परिणाम और मान्यता के लिए क्या परेशानी आ रही थी?
जवाब: स्पेशल बीएड पाठ्यक्रम के लिए मान्यता में कोई परेशानी नहीं है। परीक्षा परिणाम घोषित करने में देरी अवश्य हुई थी, लेकिन अब कोई परेशानी नहीं है। जो समस्या थी, उसका समाधान किया जा चुका है।
जवाब: स्पेशल बीएड पाठ्यक्रम के लिए मान्यता में कोई परेशानी नहीं है। परीक्षा परिणाम घोषित करने में देरी अवश्य हुई थी, लेकिन अब कोई परेशानी नहीं है। जो समस्या थी, उसका समाधान किया जा चुका है।
सवाल: शिक्षकों की भर्ती को लेकर क्या प्रयास किए जा रहे हैं, इस बार शिक्षकों की कमी को लेकर 26 पाठ्यक्रमों की मान्यता खतरे में है?
जवाब: नहीं, ऐसा बिलकुल नहीं है। किसी कोर्स की मान्यता खतरे में नहीं है। यूजीसी की प्रोसेस होती है, जो मेरे आने से पहले समय से पूरी नहीं की गई। यूजीसी में रिप्रेजेंटेशन दिया जा चुका है, उनके निर्णय का इंतजार है।
जवाब: नहीं, ऐसा बिलकुल नहीं है। किसी कोर्स की मान्यता खतरे में नहीं है। यूजीसी की प्रोसेस होती है, जो मेरे आने से पहले समय से पूरी नहीं की गई। यूजीसी में रिप्रेजेंटेशन दिया जा चुका है, उनके निर्णय का इंतजार है।
सवाल: यदि मान्यता खत्म ही हो गई तो उस स्थिति में आप क्या करेंगे?
जवाब: मान्यता खत्म हो जाएगी, ऐसा ही मानकर क्यों चल रहे हैं। मान्यता पर संकट मीडिया की उपज है। विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों पर मान्यता का कोई संकट नहीं है। कोई दिक्कत आई भी तो नए सेशन से उन्हीं स्टूडेंट्स को लेकर कोर्स शुरू किया जाएगा।
जवाब: मान्यता खत्म हो जाएगी, ऐसा ही मानकर क्यों चल रहे हैं। मान्यता पर संकट मीडिया की उपज है। विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों पर मान्यता का कोई संकट नहीं है। कोई दिक्कत आई भी तो नए सेशन से उन्हीं स्टूडेंट्स को लेकर कोर्स शुरू किया जाएगा।
सवाल: नया सेशन शुरू करने से स्टूडेंट्स को नुकसान नहीं होगा?
जवाब: कोई नुकसान नहीं होगा। इग्नू की पैटर्न अपनाकर सेशन शुरू कराया जा सकता है। जिस तरह इग्नू की डिस्टेंस एजुकेशन में जनवरी और जुलाई के वर्ष में दो सेशन होते हैं, इसी तरह यहां भी शुरू कराया जा सकता है।
जवाब: कोई नुकसान नहीं होगा। इग्नू की पैटर्न अपनाकर सेशन शुरू कराया जा सकता है। जिस तरह इग्नू की डिस्टेंस एजुकेशन में जनवरी और जुलाई के वर्ष में दो सेशन होते हैं, इसी तरह यहां भी शुरू कराया जा सकता है।
सवाल: दूरस्थ शिक्षा को लेकर भोज यूनिवर्सिटी में क्या नया करने की योजना है?
जवाब: दूरस्थ शिक्षा को अधिक से अधिक रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। आगामी समय में 10-15 नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे, जिनमें डिप्लोमा इन काउंसलिंग एंड गाइडेंस, डिप्लोमा इन जीएसटी आदि पाठ्यक्रम शामिल होंगे। इन पाठ्यक्रमों की शिक्षा के बाद स्टूडेंट को रोजगार के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।
जवाब: दूरस्थ शिक्षा को अधिक से अधिक रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। आगामी समय में 10-15 नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे, जिनमें डिप्लोमा इन काउंसलिंग एंड गाइडेंस, डिप्लोमा इन जीएसटी आदि पाठ्यक्रम शामिल होंगे। इन पाठ्यक्रमों की शिक्षा के बाद स्टूडेंट को रोजगार के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।