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भोपाल

झुग्गियों-गुमठियों का शहर बना राजधानी, गुमठियों का आंकड़ा 40 हजार से पार

389 स्लम क्षेत्रों में 5.64 आबादी तो शहर में 40 हजार से अधिक हो गया गुमठियों का आंकड़ा

भोपालDec 13, 2019 / 04:34 pm

देवेंद्र शर्मा

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भोपाल/ भोपाल का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां इस समय झुग्गियां और गुमठियां विकसित नहीं हो रही हो। नए शहर से लेकर पुराने शहर और भेल से कोलार व बैरागढ़ तक इस समय स्लम क्षेत्रों की संख्या 400 के करीब पहुंच रही है। यहां रहने वाली आबादी का आंकड़ा छह लाख को पार कर रहा है। सडक़ किनारे गुमठियों की संख्या भी 40 हजार के पार पहुंच रही है।

हाल में शहर के स्लम क्षेत्रों मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स की ताजा रिपोर्ट चौंकाने वाली है। इसमें हर वार्ड में स्लम आबादी और क्षेत्रों की स्थिति स्पष्ट की है। अब तक शहर में 389 स्लम क्षेत्र विकसित हो चुके हैं और इनमें फिलहाल 5.64 लाख की आबादी रहती है।

बीते एक साल में इसमें पांच फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई। बताया जा रहा हैकि अगले एक साल में शहर में स्लम क्षेत्र 400 और आबादी का आंकड़ा छह लाख के पार होगा। नगर निगम की अतिक्रमण शाखा से जुड़े अफसरों के अनुसार बीते छह माह में शहर में चार हजार से अधिक नई गुमठियां सडक़ किनारे, फुटपाथ पर स्थापित हो गई।

ये स्थिति तब है जब शहर में 2001 से अब तक जेएनएनयूआरएम योजना में 13 हजार से अधिक आवास बनाकर स्लम खत्म करने की कवायद की गई। अब भी शहर में 33 हजार आवास प्रस्तावित किए हुए हैं। स्लम एरिया में इस समय डेढ़ लाख के करीब झुग्गियां हैं। कमोबेश ऐसी ही स्थिति गुमठियों पर होने वाले कारोबार की है। निगम की अतिक्रमण शाखा के अनुसार बीते छह माह में शहर में गुमठियों के लिए 70 से अधिक नए स्थान विकसित हो गए हैं।

स्थिती ऐसी ही रही तो भोपाल झुग्गियों और गुमठियों की राजधानी बनकर रह जाएगा। स्थिति ये हैं कि शहर की हर विधानसभा क्षेत्र में विधायकों और पूर्व विधायकों की शह पर जहां तहां अवैध कब्जे किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन और नगर निगम की झुग्गियों और अवैध गुमटियों को हटाने की कार्रवाई करते है तो स्थानीय नेता नगर निगम कर्मचारियों के साथ मारपीट और बदसलूकी करते हैं।

ऐसे समझे शहर में गुमठियां

एमपी नगर, कोलार और बैरागढ़ क्षेत्र में ही तीन हजार से अधिक अवैध गुमटियां और हाथ ठेले हैं। इनसे निगम को हर माह करीब 15 लाख रुपए के राजस्व की चपत भी लग रही है। इस स्थिति में नेताओं व अफ सरों का गठजोड़ भी सामने आ रहा है। हॉकर्स कॉर्नर की नई नीति में भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, मुख्य मार्गों, स्कूलों और अस्पतालों के साथ सरकारी दफ्तरों के 100 मीटर के दायरे में गुमटियां और ठेले नहीं लगाने का प्रावधान है। लेकिन स्थानीय नेताओं की शह पर हर कहीं अवैध गुमटी बाजार विकसित हो गए हैं। गुमठी माफियाओं की हकीकत 1100 क्वार्टर हनुमान मंदिर से लगी रोड के फुटपाथ पर लगी दुकानों, शाहपुरा तालाब किनारे, 12 नंबर साईं बोर्ड क्षेत्र में लगी गुमठियों से ही समझ सकते हैं।

ऐसी है शहर में स्लम क्षेत्र व आबादी

– 40 स्लम एरिया जोन एक में है। इसमें 63447 स्लम आबादी।
– 26 स्लम एरिया जोन दो में है। इसमें 37740 स्लम आबादी।
– 20 स्लम एरिया जोन तीन में है। इसमें 42142 स्लम आबादी।
– 15 स्लम एरिया जोन चार में हैं। इसमें 13173 स्लम आबादी।
– 12 स्लम क्षेत्र हैं जोन पांच में है। इसमें 18586 की आबादी।
– 20 स्लम क्षेत्र हैं जोन छह में। इसमें 51643 की आबादी।
– 21 स्लम क्षेत्र हैं जोन सात में। इसमें 21452 की आबादी।
– 21 स्लम क्षेत्र हैं जोन आठ में। इसमें 46006 की आबादी।
– 33 स्लम क्षेत्र हैं जोन नौ में। इसमें 39281 आबादी हैं।
– 12 स्लम क्षेत्र हैं जोन दस में। इसमें 9090 आबादी हैं।
– 17 स्लम क्षेत्र हैं जोन 11 में। इसमें 22524 आबादी है।
– 20 स्लम क्षेत्र हैं जोन 12 में। इसमें 36095 आबादी है।
– 12 स्लम क्षेत्र है जोन 13 में। इसमें 18643 आबादी है।


– 15 स्लम क्षेत्र हैं जोन 14 में। इसमें 25438 आबादी है।
– 21 स्लम क्षेत्र हैँ जोन 15 में। इसमें 26579 आबादी है।
– 15 स्लम क्षेत्र हैँ जोन 16 में। इसमें 13002 आबादी है।
– 22 स्लम क्षेत्र हैं जोन 17 में। इसमें 23248 आबादी है।
– 16 स्लम क्षैत्र हैं जोन 18 में। इसमें 26681 आबादी है।
– 10 स्लम क्षेत्र हैं जोन 19 में। इसमें 5825 आबादी है।
नोट- पांच लाख 64 हजार 231 स्लम आबादी 389 स्लम क्षेत्रों में है।


ये बिल्कुल सही है, शहर गुमठी और झुग्गियों के शहर के तौर पर पहचान बना रहा है। बड़ी कार्रवाई की जरूरत है। जिला प्रशासन और शासन को आगे आना चाहिए। हम पूरा साथ देंगे। मैं शुरू से इसका विरोध करता हूं।
– आलोक शर्मा, महापौर

हम तो लगातार और नियमित कार्रवाई कर रहे हैं। कई जगह विवाद की स्थिति बनती है। पुलिस तक में मामले दर्ज कराएं हैं। निगम प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्रवाई कर रहा है।

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