दरअसल, मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की सड़कों पर बेतरतीब तरीके गायें बैठी रहती हैं। जिसकी वजह से आए दिन हादसे होते हैं। हालांकि गायों को सड़क से हटाने वाले कोई नहीं होता। कहीं-कहीं तो सड़कों पर इन्हीं का कब्जा होता है। ऐसे ही गायों को सीएम कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह को नसीहत दी है। साथ ही गौ भक्तों पर सवाल भी उठाया है।
दिग्विजय सिंह ने किया ट्वीट
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि यह चित्र है भोपाल इंदौर हाइवे का जहां आवारा गऊ मता बैठी रहती हैं और लगभग हर दिन एक्सिडेंट में मर जाती हैं। कहां हैं हमारे गौ माता प्रेमी गौ रक्षक? मध्यप्रदेश शासन को तत्काल इन आवारा गौ माता को सड़कों से हटाकर गौ अभ्यरण या गौ शालाओं में भेजना चाहिए।
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि यह चित्र है भोपाल इंदौर हाइवे का जहां आवारा गऊ मता बैठी रहती हैं और लगभग हर दिन एक्सिडेंट में मर जाती हैं। कहां हैं हमारे गौ माता प्रेमी गौ रक्षक? मध्यप्रदेश शासन को तत्काल इन आवारा गौ माता को सड़कों से हटाकर गौ अभ्यरण या गौ शालाओं में भेजना चाहिए।
उन्होंने सीएम कमलनाथ को नसीहत देते हुए कहा कि यदि कमलनाथ जी आपने तत्काल ऐसा करके दिखा दिया तो आप सच्चे गौ भक्तों में गिने जाएंगे, और तथा कथित भाजपाई को नसीहत मिलेगी।
चिट्ठी से खड़ा हुआ था विवाद
पिछले ही दिनों दिग्विजय सिंह ने सरकार के मंत्रियों को चिट्ठी लिख विवाद खड़ा किया था। उन्होंने सिफारिशों की जानकारी के लिए सभी मंत्रियों को मिलने के लिए बुलाया था। उसके बाद मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि पर्दे के पीछे से दिग्विजय सिंह ही सरकार चला रहे हैं, उन्हें चिट्ठी लिखने की क्या जरूरत आ पड़ी।
पिछले ही दिनों दिग्विजय सिंह ने सरकार के मंत्रियों को चिट्ठी लिख विवाद खड़ा किया था। उन्होंने सिफारिशों की जानकारी के लिए सभी मंत्रियों को मिलने के लिए बुलाया था। उसके बाद मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि पर्दे के पीछे से दिग्विजय सिंह ही सरकार चला रहे हैं, उन्हें चिट्ठी लिखने की क्या जरूरत आ पड़ी।
बयानों से भी मचा है बवाल
दिग्विजय सिंह पार्टी ही नहीं विरोधियों पर भी सवाल खड़ा कर विवाद में रहते हैं। पिछले दिनों बीजेपी और आईएसआई कनेक्शन को लेकर नया विवाद खड़ा किया था। उसके बाद संत सम्मेलन के दौरान मंदिरों में रेप की बात कर सनसनी फैला दी थी। हाल ही में उग्र हिंदुत्व की बात कर उन्होंने नया बखेड़ा खड़ा किया था। दिग्विजय सिंह के ऐसे बयानों से पार्टी खुद को किनारा कर लेती है और दिग्विजय सिंह को खुद ही बचाव करना पड़ता है।
दिग्विजय सिंह पार्टी ही नहीं विरोधियों पर भी सवाल खड़ा कर विवाद में रहते हैं। पिछले दिनों बीजेपी और आईएसआई कनेक्शन को लेकर नया विवाद खड़ा किया था। उसके बाद संत सम्मेलन के दौरान मंदिरों में रेप की बात कर सनसनी फैला दी थी। हाल ही में उग्र हिंदुत्व की बात कर उन्होंने नया बखेड़ा खड़ा किया था। दिग्विजय सिंह के ऐसे बयानों से पार्टी खुद को किनारा कर लेती है और दिग्विजय सिंह को खुद ही बचाव करना पड़ता है।