दरअसल, इस बार मानसून के दौरान मध्यप्रदेश में जबरदस्त बारिश हुई है। बारिश की वजह किसानों के फसल बर्बाद हो गए हैं। सरकार बर्बाद फसलों का सर्वे करवा रही है। लेकिन किसान तुरंत मुआवाजे की मांग कर रहे हैं। भारतीय किसान संघ ने मुआवजे की मांग को लेकर भोपाल में 15 अक्टूबर को विरोध-प्रदर्शन करेगा। इस दौरान प्रदेश भर के किसान जमा होंगे।
किसानों के मुद्दों पर सरकार सिर्फ विरोधियों के निशाने पर ही नहीं है, बल्कि अपने भी सरकार को घेर रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी प्रभावित किसानों के लिए तुरंत मुआवजे की मांग की है। उन्होंने तो कर्जमाफी को भी लेकर सवाल उठाया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि हमने किसानों से दो लाख रुपये तक का कर्जमाफी का वादा किया था लेकिन हुआ सिर्फ पचास हजार रुपये तक का।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के आरोपों को सीएम कमलनाथ ने भी स्वीकार किया है। उन्होंने कहा है कि सरकार ने पहले फेज में सिर्फ पचास हजार रुपये का ही कर्ज माफ किया है। हम पहले दौर में पचास हजार तक के ही कर्ज माफ किए हैं। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि हमने दो लाख रुपयों तक के कृषि ऋण माफ करने का वचन दिया है।
भारतीय किसान संघ करेगा प्रदर्शन