इस मामले की जांच को गठित एसआईटी में एसपी साउथ राहुल लोढ़ा, दो एएसपी, दो सीएसपी और एक महिला सब-इंस्पेक्टर होंगे। आइजी जयदीप प्रसाद ने सुबह अवधपुरी के क्रिस्टियल आइडियल सिटी के उस छात्रावास का भी निरीक्षण किया, जहां युवती से दुष्कर्म हुआ था। आरोपी अश्विनी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। उसे सोमवार तक पुलिस को रिमांड पर दे दिया गया।
यह भी सामने आया कि आरोपी युवतियों को अलग-अलग छात्रावासों में ठहराता था। आशंका है, इनमें से कई युवतियां उसकी घिनौनी हरकतों का शिकार हुई हैं। अभी एक पीडि़ता ने दुष्कर्म और दो बहनों ने छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया है। चौथी युवती की काउंसलिंग जारी है। कांग्रेस ने जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
नौकरों जैसा व्यवहार, छोटे कपड़े पहनने को कहता
इं दौर में अश्विनी के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराने वाली मूक बधिर बहनों ने आपबीती में छात्रावास का भयावह दृश्य बयान किया है। दोनों ने यहां अपने शिक्षकों को इशारों में उन यातनाओं का जिक्र किया, जो एक साल से भुगत रहीं थी। युवतियों के अनुसार अश्विनी छात्रावास में पूरे समय लड़कियों के इर्द-गिर्द घूमता था।
विरोध करने पर मारपीट करता था। वह लड़कियों को मोबाइल पर पोर्न फिल्में दिखाकर यौन शोषण के लिए उकसाता था। युवतियों को छोटे कपड़े पहनने को मजबूर करता। बार-बार उनके शरीर को छूने के प्रयास में रहता। अश्विनी कमरे में बैठकर युवतियों को अपने पास आने के लिए अश्लील इशारा करता।
छुट्टियों के दौरान युवतियों के माता-पिता जब उन्हें लेने आते तो सिलाई प्रशिक्षण या अन्य कोई वजह बताकर छात्रावास में ही रोक लेता। उन्हें घर भी नहीं जाने देता। दोनों बहनों के अलावा दो अन्य युवतियों को बंधक की तरह रखा। उन्हें छात्रावास का खाना बनाने से लेकर साफ-सफाई कराने के लिए विवश करता। पुलिस में शिकायत करने की बात पर वह पीडि़ताओं को जान से मार देने की धमकी देता।