अस्पताल को ही पूरी व्यवस्था करनी होगी। जो स्थान किराए पर लेंगे, उनमें व्यवस्था करना उनकी जिम्मेदारी होगी। एक होटल के अलावा लंबे समय से बंद निजी मेडिकल कॉलेज, एक पुराने नर्सिंग होम को कोविड अस्पताल के रूप में शुरू किया गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादा फायदा मरीजों को होगा। पहला कोरोना मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ेगी, वहीं आम मरीजों को भी इलाज के लिए दिक्कत नहीं होगी। सबसे बड़ा फायदा यह कि आम मरीजों को संक्रमण का डर नहीं होगा।
प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मरीजो को अस्पतालो में बेड़ और व्यवस्थाएं कम पड़ रहीं हैं। ऑक्सीजन को लेकर कोई समस्या की स्थिति न बने इसके लिए अपर मुख्य सचिव मो. सुलेमान ने प्रदेश भर के 20 वेंडर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। वीसी में एसीएस सुलेमान ने सभी वेंडर्स से कहा कि ऑक्सीजन की आपूर्ति निरंतर बनी रहे साथ ही कालाबाजारी और ज्यादा रेट लिए लिए जाने की सूचना मिली तो कार्रवाई की जाएगी। महाराष्ट्र से ऑक्सीजन सप्लाई रोके जाने के बाद प्रदेश में भिलाई से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है, लेकिन वहां से गैस लाने के लिए मेडिकल टेंकर लॉरी की समस्या जा रही है। सरकार के पास खुद का कोई वाहन नहीं हैं। ऐसे में बढ़ी हुई ऑक्सीजन की खपत को पूरा करने के लिए इंदौर के एक वेंडर ने बेंगलोर से बडी लॉरी मंगाई है। इससे ऑक्सीजन की सप्लाई बनी रहेगी।