– रेलवे ने स्टेशनों पर सूखा और गीला कचरा इक_ा करने के लिए अलग-अलग डस्टबिन भी रखे गए हैं। साथ ही नो प्लास्टिक जोन भी घोषित किया गया है। वहीं स्टेशनों पर डिस्पोजल पूरी तरीके से बंद किया गया है। सिर्फ कागज के बने प्लेट पर ही यात्रियों को खाने की सामग्री दी जाती है। हालांकि कोरोना के चलते पैकिंग वाले ही खाद्य पदार्थ बिक रहे हैं। जिसकी वजह से स्टेशन पर कचरा भी कम हो रहा है। प्लेटफार्म नंबर-1 पर प्लास्टिक बोतल के लिए डिस्पोजेबल मशीन भी लगाई गई है। यह कार्य ग्रीन रेलवे प्रोजेक्ट को देखते हुए किया गया है।
– भोपाल स्टेशन पर ग्रीन रेलवे जोन बनाने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। इसका अच्छा असर स्वच्छता पर पड़ रहा है। स्टेशन पर साफ सफाई की मॉनिटरिंग हर घंटे की जाती है। इस बार रैंकिंग में सुधार जरूर होगा।