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भोपाल

ऑपरेशन मुस्कान: मप्र से 3713 तो अन्य प्रदेशों से 689 बच्चियों की सुरक्षित ‘घर वापसी’

-ऑपरेशन मुस्कान एक और दो में जनवरी से सितंबर 2021 तक कुल लापता 4402 बच्चियों को पहुंचाया घर-सबसे ज्यादा 159 गुजरात से तो 132 बालिकाएं महाराष्ट्र से सुरक्षित वापस लाई गईं-जनवरी 2021 और जुलाई 2021 में चलाए गए थे अभियान

भोपालJan 10, 2022 / 10:54 pm

manish kushwah

ऑपरेशन मुस्कान: मप्र से 3713 तो अन्य प्रदेशों से 689 बच्चियों की सुरक्षित ‘घर वापसी’

ऑपरेशन मुस्कान: मप्र से 3713 तो अन्य प्रदेशों से 689 बच्चियों की सुरक्षित ‘घर वापसी’

मनीष कुशवाह
भोपाल. घर से लापता हुईं बालिकाओं का पता लगाने के साथ ही आरोपियों पर कार्रवाई करने के लिए मप्र में शुरू किए गए ऑपरेशन मुस्कान के दो चरणों में कुल 4402 बालिकाओं की सुरक्षित घर वापसी संभव हो सकी है। मप्र पुलिस ने दो चरणों में चलाए गए अभियान में मप्र से 3713 तो अन्य प्रदेशों से 689 बालिकाओं की उनके घरों तक की राह आसान की। जनवरी 2021 में चलाए गए ऑपरेशन मुस्कान एक में 2444 तो दूसरे चरण में 1958 बालिकाओं की सुरक्षित बरामदगी हो सकी। जांच में बालिकाओं के घर से लापता होने की अलग-अलग वजह सामने आईं। इनमें सबसे अधिक1880 बालिकाएं नाराज होकर तो 994 प्रेम प्रसंग के चलते घर से लापता हुई थीं। आर्थिक तंगी के कारणद 222 बालिकाओं ने घर छोड़ा था। स्वेच्छा से रिश्तेदारों के घर जाने के मामले 690 और लैंगिक शोषण के केस 252 थे। यहां बता दें, अभियान के पहले चरण में ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जरिये राजस्थान ले गए 4 तो दूसरे चरण में तीन बालिकाओं को वापस लाया गया। हालांकि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए एक जनवरी 2022 से 31 जनवरी तक चलाए जाने वाले ऑपरेशन मुस्कान के विशेष अभियान को स्थगित किया गया है। इस संबंध में सभी पुलिस अधीक्षकों को सात जनवरी को पत्र जारी किया गया है।
इन वजहों से घर से लापता हुई थीं बालिकाएं
नाराजगी: ऑपरेशन मुस्कान एक में नाराज होकर घर से जाने वालीं 1082 बच्चियों की सुरक्षित बरामदगी की गई। ऑपरेशन मुस्कान-दो में ये संख्या 798 थी। इस तरह 1880 बच्चियां सकुशल घर वापस लाई गईं।
स्वेच्छा से जाना: अपनी मर्जी से कुल 690 बच्चियां घर छोडकऱ गई थीं। ऑपरेशन मुस्कान एक में 322 तो दो में 798 बच्चियों की सुरक्षित घर वापसी हुई।
पढ़ाई के लिए: घर वालों की इच्छा के खिलाफ आगे पढ़ाई करने के लिए 51 बच्चियों ने घर छोड़ा। मुस्कान एक में 33 और दो में 16 बच्चियों को घर वापस लाया गया।
रास्ता भटकना: रास्ता भटक जाने की वजह से लापता हुईं 79 बालिकाओं को घर वापस लाया गया। मुस्कान एक में 57 और दो में 22 बालिकाओं की सुरक्षित बरामदगी हुई।
प्रेम प्रसंग: प्रेम प्रसंग के चलते घर से लापता हुई बालिकाओं में से 994 बालिकाओं को वापस लाया गया। ऑपरेशन मुस्कान एक में ये संख्या 502 और ऑपरेशन मुस्कान में 492 थी।
आर्थिक तंगी: आर्थिक तंगी से परेशान होकर घर छोडऩे वाली 222 बालिकाओं को सुरक्षित वापस लाया गया। ऑपरेशन मुस्कान एक में 146 तो ऑपरेशन मुस्कान दो में 76 बालिकाओं की वापसी हुई।
शादी के लिए विक्रय: जबरदस्ती शादी के लिए विक्रय करने के मामलों में कुल 11 बालिकाओं को घर वापस भेजा गया। ऑपरेशन मुुस्कान एक में 8 और मुस्कान दो में ऐसे तीन मामले सामने आए थे।
मानसिक तनाव: मानसिक तनाव के कारण घर छोडऩे वाली 122 बालिकाओं को सुरक्षित घर पहुंचाया गया। ऑपरेशन मुस्कान एक में 117 तो ऑपरेशन मुस्कान दो में ये संख्या सात थी।
सोशल मीडिया से: सोशल मीडिया पर दोस्ती होने पर घर से लापता हुईं 21 बालिकाओं की घर वापसी हुई। ऑपरेशन मुस्कान एक में 12 तो ऑपरेशन मुस्कान दो में 9 बालिकाओं को उनके घर पहुंचाया गया।
जबरन ले जाईं गईं 259 बालिकाओं को बचाया
ऑपरेशन मुस्कान एक और दो में मप्र के अलग-अलग शहरों और गांवों से जबरन ले जाई गईं 259 बालिकाओं की सुरक्षित बरामदगी की गई और उन्हें परिजनों को सौंपा गया। ऑपरेशन मुस्कान एक में लैंगिक शोषण के लिए जबरन ले जाई गईं 119 तो मुस्कान दो में 133 बालिकाओं को सुरक्षित बरामदगी हुई। हालांकि इनमें से अधिकतर केस वे हैं, जिनमें घर छोडऩे की वजह प्रेम प्रसंग है, पर पीडि़ताएं नाबालिग हैं। नौकरी का झांसा देकर 3 तो बंधुआ बनाई गईं 4 बालिकाओं को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया गया। शादी का प्रलोभन देकर ले जाई गईं 13, घूमने चले जाने के कारण लापता हुईं 8 बालिकाओं के अलावा शिशु अवस्था के कारण लापता हुईं 21 बालिकाओं की ऑपरेशन मुस्कान के जरिये सुरक्षित घर वापसी हुई।
किस राज्य से कितनी बच्चियों को सुरक्षित घर लाए
राज्य—- मुस्कान-1—- मुस्कान-2—- कुल
गुजरात—-83—–76—–159
महाराष्ट्र—-82—–50—–132
उत्तरप्रदेश—-71—–43—–114
राजस्थान—-44—–36—–80
दिल्ली——32—–12—–44
हरियाणा—–30—–08—-38
छत्तीसगढ़—-24—–08—–32
पंजाब—–14——05—–19
तेलंगाना—-08——09—–17
बिहार——05——03—–08
कर्नाटक—-03——04—–07
केरल—–06——-00—–06
जम्मू व कश्मीर–05—-00—-05
पश्चिम बंगाल—-04—-01—05
झारखंड—–03—–01—–04
आंध्र प्रदेश—02—-02—–04
तमिलनाडू—03—–00—–03
दमन और दीव—03—00—-03
ओडिशा—–03—–00—-03
हिमाचल प्रदेश—01—-02—-03
गोवा—–02—–00—–02
असम—–01—-00—–01
कुल—-429—–260—-689
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