मार्च 2019 में भोपाल के लिए केंद्र सरकार ने रोशनपुरा चौराहा से राज भवन चौराहा तक, हमीदिया रोड पर काली मंदिर तलैया से रेलवे स्टेशन तिराहा, नादरा बस स्टैंड भोपाल टॉकीज चौराहे से शाहजहांनाबाद थाने तक, काली माता मंदिर के सामने से हमीदिया-जीपीओ पोस्ट ऑफिस तक, रोशनपुरा चौराहा से बाणगंगा चौराहा पॉलिटेक्निक चौराहा तक ब्रिज मंजूर किए गए थे। इनके लिए शुरुआती तौर पर 1000 करोड़ रुपए की राशि पर सहमति बनी थी। तीन साल बीतने के बाद भी महज 30 फ़ीसदी ही काम शुरू हो पाया है।
प्लानिंग एक्सपर्ट कंसलटेंट रोहित गुप्ता का कहना है कि बीते 5 साल में सिटी ट्रैफिक 60 फीसदी तक बढ़ा है। यानी हर 8 से 9 साल में ट्रैफिक की रफ्तार दोगुनी हो रही है। सड़कें पुरानी ही स्थिति में हैं, ऐसे में इन पर जाम आम हो गया है। ट्रैफिक को रफ्तार देने के लिए सार्वजनिक परिवहन जैसे बीआरटीएस-मेट्रो ट्रेन के प्रोजेक्ट को तो तेजी से पूरा करना ही होगा, साथ ही संबंधित सड़कों को चौड़ा करना और नए ब्रिज बनाना बेहद जरूरी है।
– संजय खांडे, चीफ इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी