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भोपाल

शहर के 100 से ज्यादा बस्ती वाले इलाकों में महिलाएं पुलिस के साथ लेंगी शराबियों की खबर

मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस कमिश्नर डिवीजन के चार जोन में शक्ति दलों का गठनउत्पाती पुरुषों को नशा उतरने तक मौके पर ही बैठने की दी जाएगी सजा
भोपाल. शहर के बस्ती वाले इलाकों में अब घरेलू हिंसा का शिकार एवं पति की मारपीट से पीड़ित महिलाएं पुलिस के साथ मिलकर नशाखोरी करने वाले पुरुषों की खबर लेंगी।

भोपालJul 20, 2022 / 07:21 pm

हर्ष पचौरी

bhopal police

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद भोपाल पुलिस कमिश्नर डिवीजन के चार जोन में 100 से ज्यादा बस्ती वाले इलाकों को चिन्हित किया जा रहा है। यहां घरेलू हिंसा की शिकायत लेकर बार-बार थाने आने वाली महिलाओं का दल गठित किया जाएगा जिसे शक्ति का नाम मिलेगा। शक्ति दल में शामिल महिलाएं संबंधित थाना पुलिस की टीम को बताएंगी कि उनके मोहल्ले के कौन-कौन से पुरुष शाम और रात के वक्त शराब के नशे में धुत होकर लौटते हैं और घर पर महिलाओं एवं बच्चों से मारपीट करते हैं। पुलिस की मौजूदगी में बस्ती में प्रवेश करने से पहले ही इन पुरुषों को नशा उतरने तक मौके पर ही निगरानी में बैठे रहने की सजा दी जाएगी। पुलिस का प्रयास है कि बस्ती वाले इलाकों में घरेलू हिंसा करने वाले नशा खोर पुरुषों की आदत में सुधार किया जाए एवं इनके बीच कानून का भय पैदा किया जा सके।

11 नंबर मल्टी से शुरुआत
शाहपुरा थाना अंतर्गत 11 नंबर मल्टी से पुलिस ने शक्ति संगठन की शुरुआत की है। यहां 500 से ज्यादा मल्टीस्टोरी फ्लैट में रहने वाले सैकड़ों पुरुषों की थाना हाजिरी करवाई जा रही है। इनमें ऐसे पुरुषों की पहचान की जा रही है जिनके खिलाफ उनकी पत्नियों एवं घरेलू महिलाओं ने शराब के नशे में हिंसा करने की रिपोर्ट थाने में पिछले 2 साल के दौरान दर्ज करवाई थी। 11 नंबर मल्टी के पास पुलिस की स्थापित चौकी का निर्माण किया जा रहा है। यहां प्रतिदिन शाम को नशे के खिलाफ महिलाओं के साथ मिलकर कार्रवाई शुरू की जाएगी।
ऊर्जा डेस्क को भी दे सकेंगी सूचना
शहर के सघन बस्ती एवं पिछड़े इलाकों में घरेलू हिंसा का शिकार महिलाएं संबंधित पुरुषों को ठीक करने के लिए थानों में गठित ऊर्जा डेस्क का सहयोग भी ले सकेंगी। जो महिलाएं सार्वजनिक रूप से सामने आकर अपने घर के पुरुषों की शिकायत नहीं करना चाहती हैं उन्हें ऊर्जा डेस्क का सहयोग मिलेगा। महिला पुलिस कर्मियों के समूह को ऊर्जा डेस्क का नाम दिया गया है जो हर थाने में तैनात हैं।

वर्जन…
शराब के नशे में होने वाली हिंसा रोकने शक्ति दलों का गठन किया जा रहा है। चिन्हित पुरुषों को मौके पर ही नशा उतारने तक बैठाया जाएगा और दोबारा ऐसा नहीं करने की ताकीद देकर थाना हाजिरी लगवाई जाएगी। सचिन अतुलकर, एडिशनल पुलिस कमिश्नर
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