ऐसे हालात अग्रसेन चौराहा और सोमवारा के चौराहे पर बन रहे हैं। रोटरी हटने से सड़क चौड़ी तो हो गई लेकिन इसका निर्माण नहीं हो पाया। शुरुआती दौर में तो जिन स्थानों पर रोटरी थी वहां से तोडफ़ोड़ कर सामान ही नहीं उठाया गया। आवागमन के लिए अग्रसेन चौराहे को चौड़ा किया, लेकिन यहां रोटरी टूटने के बाद बनी कच्ची सड़क पर आठ दिन पहले प्रशासन ने सूखी गिट्टियां डालकर नई समस्या खड़ी कर दी। चौबीस घंटे चलने वाली इस व्यस्त सड़क से रोजाना करीब एक लाख वाहन गुजरते हैं।
कई एम्बुलेंस और मरीजों की आवाजाही बैरागढ़, ईदगाह हिल्स, कोहेफिजा के अलावा हमीदिया अस्पताल आवागमन करने वालों को लिए भी यह मुख्य सड़क है। गाडिय़ों ने इस चौराहे पर पड़ी गिट्टियों को पूरी सड़क पर फैला दिया है। अब दो पहिया वाहन यहां से फिसल कर गिर रहे हैं। लोगों का कहना है कि ऐसी सड़क चौड़ीकरण से तो रोटरी ही ठीक थी, कम से कम लोग इससे दुर्घटना तो नहीं हो रही थी।
बताया गया कि मोती मस्जिद से लेकर रॉयल मार्केट तक सड़क बनाई जानी थी। यहां से प्रतिमाएं भी शिफ्ट की गई है। वहीं इस सड़क को बनाएंगे, जबकि लोगों का कहना है कि चौराहे की रोटरी को इमरजेंसी बजट में लेते हुए, डामर डालकर काम चलाऊ भी पक्का कर दिया जाता तो समस्या नहीं होती। इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
इनका कहना -सड़क और रोटरी हटाने का ठेके पर दिया गया है। कुछ दिन पहले ही यहां मलबा हटाकर गिट्टियां रोड को सेट करने के लिए डाली गई हैं। तत्काल डामरीकरण हो जाता तो लोगों को समस्या नही होती। मैं एक बार सम्बधित ठेकेदार से सूचना भेजता हूं।
– मनोज राठौर, रहवासी व जोनाध्यक्ष – यहां से कुछ लोगों ने इस तरह की समस्या आने की शिकायत तो की है। मैं एई सिविल को बताकर अभी इसकी व्यवस्था के लिए कह देता हूं। जो भी तत्काल समाधान हो सकता है वह किया जाएगा।
-एमपी शांडिल्य, जोनल अधिकारी, जोन-2