शहर में बीते माह अघोषित तौर पर 25 हजार बार बिजली बंद हुई। दो माह पहले तक ये संख्या काफी कम थी। बिजली कंपनी के इंजीनियरों का कहना है तेज और लगातार बारिश इसकी वजह है। हालांकि बारिश जुलाई से चल रही है। गौरतलब है कि लगातार बारिश के चलते बिजली खंभों के इंसूलेटर, जंफर जैसे जरूरी लेकिन बेहद संवेदनशील उपकरण अधिक खराब हुए। बीते एक माह में सबसे अधिक इंसूलेटर फॉल्ट हुए, जिसके चलते बिजली आपूर्ति बाधित हुई।
ये भी कारण
शासन के निर्देश के बाद बिजली कंपनी ने बड़े स्तर पर इंजीनियरों की अदला बदली की। अरेरा कॉलोनी से लेकर विद्यानगर, एमपी नगर व शहर संभाग स्तर पर डीजीएम भी बदल दिए। नए इंजीनियर लाइनों को समझ ही रहे हैं। हालांकि उनके पास टीम पुरानी ही है, लेकिन टीम प्रबंधन फिलहाल ठीक नहीं हो रहा, जिसके चलते फॉल्ट और शिकायतों को दूर करने में अधिक समय लग रहा है। मुख्य महाप्रबंधक भोपाल क्षेत्र डीपी अहिरवार का कहना है कि बिजली सुधार के लिए काफी काम हो रहे हैं। बारिश और आंधी में बिजली गुल होती है, लेकिन हमारी टीम निर्बाध बिजली के लिए लगातार काम कर रही है। शिकायत को समय पर दूर किया जा रहा है। ऐसी कोई दिक्कत नहीं है।
परेशान लोग
– अरेरा कॉलोनी ई2 में रहने वाले सुभाष जेटली का कहना है कि उन्होंने ट्रिपिंग पर जोन कार्यालय में शिकायत की। अब वहां ये बताया गया कि वे नए हैं, दिक्कत दुरूस्त कराएंगे।
– करोद निवासी विष्णु सचदेवा का कहना है कि रोजाना चार से पांच बार बिजली गुल होती है। शिकायत करते हैं, लेकिन समस्या दूर नहीं हो रही।
– नेहरूनगर निवासी अर्चना वर्मा का कहना है कि बिजली कार्यालय से कहा गया है कि कुछ काम चल रहा है इसलिए बार-बार बिजली जा रही है। एक माह में मेंटेनेंस के लिए कम से कम चार बार बिजली बंद की है।