दरअसल कमलनाथ की ओर से दिग्विजय को किए गए आग्रह के बाद सिंधिया द्वारा भी दिग्विजय के किसी कठिन सीट से चुनाव लड़ने की बात का समर्थन किया गया।
इसके साथ ही राजनीतिक हल्कों में ये बात शुरू हो गई थी कि ये सारी बातें किसी सीट को जीतने के लिए है या दिग्विजय को किनारे करने के लिए…
जब तक कांग्रेस में ये मामला शांत हो पाता उससे पहले ही ये चिंगारी भाजपा में भी जा पहुंची जिसके चलते भाजपा के एक कद्दावर नेता को अपनों के ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पत्नी को विदिशा से चुनाव लड़ाए जाने की चर्चा पर भाजपा में भी इस तरह की बातें शुरू हो गई हैं।
जिन्हें लेकर ये प्रश्न उठना शुरू हो गया है कि ये कठिन सीट पर चुनाव लड़ाना उस सीट पर जीत दर्ज कराने के लिए है या अपने ही नेता को किनारे लगाने की कवायद…
ये है मामला…
दरअसल भाजपा की ओर से विदिशा के लिए पूर्व सीएम शिवराज की पत्नी साधना सिंह का नाम सामने आते ही घर में ही उनके इस चुनाव में उतरने को लेकर विरोध शुरू हो गया है।
इस मामले में शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदार व पूर्व किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रवीश चौहान ने साधना सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रवीश सिंह चौहान का कहना है कि यदि साधना सिंह चुनाव लड़ेंगी तो मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ लूंगा ।
वहीं शिवराज सिंह चौहान के लिए विदिशा का टिकट मांगते हुए उन्होंने कहा है कि यदि शिवराज के अलावा कोई भी यहां से चुनाव लड़ा, तो उसका क्षेत्र में विरोध होगा।
वहीं साधना सिंह पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि यदि साधना सिंह जिताऊ उम्मीदवार हैं, तो वे प्रदेश की किसी दूसरी सीट से चुनाव लड़े, उनका कहना था कि साधना सिंह को कठिन सीट से चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि आसान सीट से तो कोई भी चुनाव लड़ सकता है। वहीं सुझाव देते हुए उन्होंने यहां तक कह दिया कि साधना सिंह को गुना या छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ना चाहिए।