इसी के चलते इछावर विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर सबसे बड़ी शर्त/सट्टा शनिवार को लगा, जिसका अनुबंध पत्र रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल जमकर वायरल हुआ।
इसके अनुसार इसमें सरपंच जगदीश प्रसाद वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी करणसिंह वर्मा की जीत पर पांच लाख रुपये का दांव खेला।
100 रुपए के इ-स्टाम्प पेपर पर अनुबंध…
इसके तहत बकायदा 100 रुपए के इ-स्टाम्प पेपर पर अनुबंध पत्र तैयार किया गया है, जिसके गवाह कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हरगोविन्द सिंह पुत्र मोरसिंह ठाकुर निवासी कालापीपल जागीर और रामपालसिंह पुत्र धनसिंह निवासी आर्या बने।
जगदीश प्रसाद वर्मा की यह शर्त सरदारसिंह पुत्र रामनाथसिंह निवासी जोगड़ाखेड़ी से लगी है। सरदारसिंह का कहना है कांग्रेस प्रत्याशी शैलेन्द्र पटेल चुनाव जीतेंगे, नहीं तो वे 21 दिसंबर तक जगदीश प्रसाद वर्मा निवासी सेमलीजदीद को 5 लाख रुपए देंगे।
ये भी है खास…
सोशल मीडिया पर वायरल हुए अनुबंध पत्र के आधार पर पक्षकार प्रथम सरदार सिंह राजपूत और पक्षकार द्वितीय जगदीश प्रसाद के बीच अनुबंध हुआ है।
– अनुबंध में यह पत्र में यह भी लिखा है कि यह अनुबंध 100 रुपए के इ-स्टाम्प कोड 01013501122018004421 पर किया गया है।
– अनुबंध पत्र पर दो गवाह के रूप में हरगोविन्द सिंह और रामपाल सिंह के हस्ताक्षर हैं।
उधर जगदीश(सरपंच) का करार है कि भाजपा प्रत्याशी करणसिंह वर्मा चुनाव जीतेंगे, नहीं तो वे सरदार सिंह को 5 लाख रुपए देंगे।
चुनावी शर्तों के इस दौर में इस शर्त को सबसे बड़ी शर्त के रुप मे देखा जा रहा है, जिसमें जनप्रतिनिधि खुद हार-जीत का दांव डंके की चोट पर खेलते नजर आ रहे हैं।
11 दिसंबर को इछावर विधानसभा चुनाव परिणाम मे किसी की भी हार-जीत हो, लेकिन लोगों का कहना है कि इस शर्त से यह उजागर हो गया है कि जनप्रतिनिधि, नेताओं का एक धंधा यह भी होता है।
दूसरी तरफ यदि शर्त ईमानदारी से पूर्ण हुई तो यह भी सत्य है कि इन दोनों में से किसी एक के लिए 11 दिसंबर का दिन पांच लाख रुपये के घाटे वाले सौदे का साबित होगा, वहीं दूसरे के लिए यह दिन 5 लाख का इनाम जीतने का होगा।
कार्रवाई के दिए निर्देश…
कलेक्टर तरूण कुमार पिथोड़े ने अनुबंध की कॉफी सोशल मीडिया पर वायरल होने को लेकर इछावर रिटर्निंग ऑफिसर को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर पिथोड़े ने कहा कि कानून के हिसाब से यह अनुबंध लीगल नहीं है।
कानून जिस कार्य की अनुमति नहीं देता है, उसका अनुबंध करना उचित नहीं है। यह एक तरह से सट्टे की श्रेणी में आता है। कलेक्टर ने यह भी चेतावनी दी है कि सात दिसंबर पर एक्जिट पोल पर रोक है, यदि कोई व्यक्ति इस तरह की हरकत करता है तो उसके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की कार्रवाई की जाएगी।