दोनों ही पार्टियों में सर्वे और रायशुमारी पर नेताओं की पसंद हावी होती दिख रही है।
टिकट के दावेदार लगा रहे गणेश परिक्रमा
भाजपा में दावेदार हर बड़े नेता के यहां गणेश परिक्रमा लगा रहे हैं, हालांकि उन्हें सबसे बड़ी उम्मीद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से है।
वे किसी भी तरह से मिलकर अपना बायोडाटा थमा रहे हैं। रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में ऐसे ही दावेदार सीएम को घेरे नजर आए। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और संगठन महामंत्री सुहास भगत को दावेदार घेर रहे है। रविवार को प्रोफेसर कालोनी स्थित नरेन्द्र सिंह तोमर के बंगले पर ग्वालियर- चम्बल के टिकटार्थियों का जमघट रहा।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा से गुना- शिवपुरी और कैलाश विजयवर्गीय को मालवा के नेता इंदौर से ले कर भोपाल में भी घेर रहे है।
हर सीट पर 6 से ज्यादा दावेदार –
भाजपा में अधिकांश सीटों पर आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार है। सबसे ज्यादा संघर्ष गोविन्दपुरा, भोपाल मध्य, हुज़ूर, राउ, ग्वालियर दक्षिण, ग्वालियर पूर्व, इंदौर-3, जबलपुर पश्चिम, मुरैना, मेहगांव, राजनगर, होशंगाबाद, जावरा
सीटे शामिल है।
कांग्रेस में 60 से ज्यादा सीटों पर बड़े नेताओं में एक राय नहीं –
सर्वे को सर्वोपरि रखने के सारे दावे कांग्रेस में अब धराशाही हो गए हैं। अपने पसंदीदा को टिकट दिलाने के लिए बड़े नेताओं में घमासान की स्थिति बनी है। सोमवार से दिल्ली में तीन दिवसीय स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकों में ऐसी सीटों पर एक राय बनाने की कोशिश होगी।
ऐसी सीटों की संख्या 60 से ज्यादा है। मौजूदा विधायकों की करीब 14 सीटें भी शामिल हैं। इनमें विक्रम सिंह नातीराजा, दिनेश अहिरवार, सरस्वती सिंह, शंकुतला खटीक, गोवर्धन उपाध्याय, रमेश पटेल, संजय उइके, सुखेंद्र सिंह बन्ना, रामपाल सिंह, फुंदेलाल मार्को सहित अन्य विधायक शामिल हैं।
प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया, समन्वय का काम संभाल रहे दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी कीपांच दर्जन से ज्यादा सीटों पर एकराय नहीं बनी है।
हालांकि पचौरी, चतुर्वेदी और दिग्विजय सिंह की टिकट में सीधे तौर पर कोई भूमिका नहीं है, लेकिन इनकी राय को दरकिनार नहीं किया जा सकता। चतुर्वेदी अपने बेटे नितिन को राजनगर से टिकट दिलाने के लिए अड़े हैं, जबकि इस सीट पर मौजूदा कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नातीराजा सबसे मजबूत दावेदार हैं।
कमलनाथ के सर्वे में भी इनका नाम आया है। पार्टी पूर्व सांसदों सज्जन सिंह वर्मा, प्रेमचंद गुड्डू, मीनाक्षी नटराजन, विजय लक्ष्मी साधो और अरुण यादव को भी टिकट देने पर विचार कर रही है। एेसे में खींचतान बढी है।
राजनीतिक आकाओं के यहां दस्तक –
टिकट चाहने वाले कांग्रेसियों ने रविवार से ही दिल्ली में डेरा डालना शुरू कर दिया है। इसके पहले ग्वालियर में सिंधिया के यहां और दिग्विजय से मिलने भोपाल प्रवास के दौरान टिकटाार्थियों की भीड़ उमड़ी थी। कमलनाथ से भी लगातार दावेदारों ने संपर्क किया है। अब दावेदारों की दिल्ली पहुंच रहे हैं, ताकि उनका दावा मजबूत हो सके।