इसकी शुरुआत प्रदेश चुनाव प्रबंध समिति की बैठक से हुई। इसके बाद बड़े नेता हर सीट के नेताओं के साथ अलग चर्चा करेंगे। सुबह 10 बजे से लेकर शाम तक चलने वाली भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक शुरु हो चुकी है। यह बीजेपी मुख्यालय में चालू है।
वहीं बैठक में बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह, संगठन महामंत्री सुहास भगत, पूर्व मंत्री डा नरोत्तम मिश्रा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ,सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजय वर्गीय,नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव,पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी पहुंचे हैं।
जबकि भाजपा कार्यालय में टिकट के दावेदार बायोडाटा लेकर पहुंचे हैं। इन सब के बीच सामने आ रही जानकारी के अनुसार कई दिग्गज खुद के लिए तो कुछ अपने बच्चों के लिए टिकट के लिए जोर लगा रहे हैं।
बताया जाता है कि बैठक में शामिल होने पहुंचे बीजेपी सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते ने टिकट को लेकर फिर अपनी दावेदारी पेश की है। उन्होंने कहा कि वह अपनी बात रख सकते हैं, बाकी फैसला हाईकमान करेगा।
इन नेताओं ने मांगे अपनों के लिए टिकट…
बाहर आ रही सूचना के मुताबिक पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने बेटी मौसम बिसेन के लिए बालाघाट से टिकट मांगा है। इससे पहले पूर्व मंत्री ने मौसम के लिए विधानसभा चुनाव का टिकट भी मांगा था, जो नहीं मिला। ऐसे में अब एक बार फिर उन्होंने दावेदारी की है।
वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने बेटे अभिषेक भार्गव का नाम आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा है कि बेटा 14 साल से मेरे साथ लगा है।
वहीं बेटे बेटियों के टिकट पर भार्गव ने यह भी कहा कि नेताओं के लायक बेटा-बेटी को ही टिकट मिलेगा, ‘किसान का बेटा किसानी करता है, अधिकारी का बेटा नौकरी करता है’…तो क्या राजनेता के बेटे को भीख मांगनी चाहिए।
शिवराज को RSS की चेतावनी!…
वहीं दूसरी ओर यह बात भी सामने आ रही है कि पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान को आरएसएस ने चेतावनी दे दी है। चर्चा है कि सर संघचालक मोहन भागवत ने शिवराज सिंह का तलब किया और स्पष्ट रूप से बताया कि वो ऐसी कोई भी चूक ना करें, जो लोकसभा चुनाव के लिए नुक्सानदायक साबित हो।
माना जा रहा है कि शिवराज सिंह को उनके एक बयान ‘माई का लाल’ ने कुर्सी से नीचे उतार दिया। उनके बयानों और घोषणाओं का खामियाजा पूरी भाजपा को भोगना पड़ा।
चर्चा है कि बुधवार को ग्वालियर के केदारपुर स्थित सेवा भारती धाम में सर संघचालक मोहन भागवत ने शिवराज सिंह का तलब किया। दोनों के बीच लोकसभा चुनावों के साथ ही अन्य विषयों पर करीब आधा घंटे तक चर्चा हुई।
इस दौरान शिवराज ने लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के हालात और अपना विजन भी भागवत को बताया। सूत्रों के मुताबिक संघ प्रमुख ने शिवराज से विधानसभा चुनाव के दौरान हुई गलतियों के बारे में चर्चा की और लोकसभा चुनाव में उन्हें ना दोहराने की नसीहत भी दी।
सूत्रों के अनुसार संघ की अभा प्रतिनिधि सभा में शामिल हुए प्रांत प्रचारकों से फीडबैक मिला है, कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार का कारण केवल शिवराज सिंह चौहान के बयान रहे, जिन्होंने ना केवल लोगों को नाराज किया बल्कि उन्हें भाजपा के खिलाफ भी भड़काया।
26 सीटें जीतने का दावा…
बैठक के दौरान राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने कहा मप्र की अपंग सरकार ने दो महीने में कुछ नहीं किया। बैठक में तमाम मुद्दों पर मंथन होगा।
वहीं बैठकों को लेकर प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा लोकसभा क्षेत्र प्रमुख पदाधिकारियों को बैठक में बुलाया है। लोकसभा सीट जीतने के लिए बैठक हो रही है, कोई रायशुमारी नहीं होगी।
राकेश सिंह ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व पहली सूची तय करेगा, चुनाव समिति बैठक के बाद दिल्ली से अंतिम निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस क्या कह रही है, इससे नतीजे तय नहीं हो सकते है, 26 से ज्यादा सीट हम जीतेंगे।
इधर, तोमर बोले पार्टी जहां से कहेगी चुनाव लडूंगा…
वहीं भाजपा की बैठक को लेकर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि भाजपा पार्टी लोकसभा के लिए पूरी तरह तैयार है। चुनाव की दृष्टि से बार बार बैठना फीड बेक लेना यह चुनाव की तैयारी का हिस्सा है।
इसी क्रम में बैठक बुलाई गई है। आगे के कार्यक्रमों में रणनीति तय की जाएगी। लोकसभा और राज्य के चुनाव में अंतर होता है। जबकि चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा मेरे जेहन और पार्टी के जेहन में भोपाल से लड़ने का कोई विचार नही है। पार्टी जहां से कहेगी चुनाव लडूंगा।