दरअसल, साध्वी के द्वारा सदन में गोडसे को देशभक्त बताए जाने के बाद कांग्रेस आक्रामक हो गई। हालांकि सदन के रिकॉर्ड से इसे हटा दिया है। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने साध्वी प्रज्ञा को ट्वीट कर आतंकवादी कहा था। साध्वी ने हंगामे के बाद लोकसभा में दो बार माफी मांगी है। लेकिन कांग्रेस पर जमकर प्रहार भी किया है कि तत्कालीन सरकार ने मुझे काफी प्रताड़ित किया है।
शनिवार को साध्वी प्रज्ञा ने कांग्रेस विधायक के बयान पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि कांग्रेसियों को जिंदा जलाने का पुराना अनुभव है। 1984 में सिखों को और नैना साहनी को तंदूर में जलाने तक का। राहुल गांधी ने आतंकी कहा और उनके विधायक गोवर्धन दांगी मुझे जलाएंगे। ठीक है तो मैं आ रही हूं ब्यावरा उनके निवास मुल्तानपुरा पर दिनांक आठ दिसंबर 2019 समय सायं 4:00 बजे जला लीजिए।
कांग्रेस विधायक ने की थी जलाने की बात
गौरतलब है कि गोडसे पर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने उऩके बयान की निंदा की थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि वह कभी आएंगी तो मैं जिंदा जला दूंगा। इस बयान पर काफी बवाल हुआ। उसके बाद विधायक ने इसके लिए माफी मांग ली। लेकिन अब साध्वी प्रज्ञा इसे लेकर आरपार की मूड में हैं। वो आठ दिसंबर को ब्यावरा पहुंच विधायक से आरपार के मूड में हैं।
गौरतलब है कि गोडसे पर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने उऩके बयान की निंदा की थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि वह कभी आएंगी तो मैं जिंदा जला दूंगा। इस बयान पर काफी बवाल हुआ। उसके बाद विधायक ने इसके लिए माफी मांग ली। लेकिन अब साध्वी प्रज्ञा इसे लेकर आरपार की मूड में हैं। वो आठ दिसंबर को ब्यावरा पहुंच विधायक से आरपार के मूड में हैं।
पार्टी ने की कार्रवाई
साध्वी के बयान के बाद बीजेपी बैकफुट पर आ गई थी। विपक्षी दल के नेता लगातार मांग कर रहे थे कि बीजेपी साध्वी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने साध्वी पर कार्रवाई करते हुए उन्हें रक्षा समिति के मामलों को लेकर बनी एक कमिटी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। साथ ही संसदीय बोर्ड की बैठक में आने पर पाबंदी लगा दी। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी संसद में कहा कि हमें गोडसे की विचारधारा स्वीकार नहीं है।