दरअसल, भाजपा की ओर साध्वी प्रज्ञा
भोपाल लोकसभा सीट से उम्मीदवार हैं। साध्वी को उम्मीदवार बनाए जाने से विपक्षी पार्टियां लगातार भाजपा पर निशाना साध रही हैं। इस बाबत जब पत्रकारों से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से सवाल पूछा तो उन्होंने साध्वी प्रज्ञा का बचाव करते हुए कहा कि मालेगांव विस्फोट मामले में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को फंसाया गया। उन्होंने तत्कालीन यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को बचाने के लिए साध्वी को फंसाया गया।
उन्होंने कहा कि जहां तक साध्वी प्रज्ञा का सवाल है तो मैं कहना चाहूंगा कि हिंदू टेरर के नाम से एक फर्जी केस बनाना गया था और दुनिया में देश की संस्कृति को बदनाम किया गया। आगे उन्होंने कहा कि कोर्ट में केस चला तो इसे फर्जी पाया गया।
अमित शाह ने सवालिया लहजे में कहा कि स्वामी असीमानंद जी और बाकी लोगों को आरोपी बनाकर फर्जी केस बनाया तो, समझौता एक्सप्रेस में ब्लास्ट करने वाले लोग कहां है, जो लोग पहले पकड़े गए थे, उन्हें क्यों छोड़ा गया?
गौरतलब है कि साध्वी प्रज्ञा भी कह चुकी हैं कि मालेगांव विस्फोट मामले में उन्हें फंसाया गया था। साध्वी ने बकायदा इसकेल लिए तत्कालीन यूपीए की सरकार और कांग्रेस के नेताओं पर आरोपी भी लगया है। यही नहीं, साध्वी ने मुंबई एटीएस प्रमुख रहे शहीद हेमंत करकरे पर प्रताड़ना का भी आरोप लगया था औऱ कहा कि उनकी श्राप से करकरे की मौत हुई थी। हालांकि बाद में साध्वी ने अपना बयान वापस ले लिया था।
बता दें कि साध्वी प्रज्ञा भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की ओर से प्रत्याशी हैं। यहां से कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाया है।