कांग्रेस को घेरा
सुर में सुर मिलाते हुए उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने अपने बयान में कहा, फसलें चौपट हो गई और कांग्रेस किसानों को एक रुपया नहीं दे पाई.. हम भावन्तर, बोनस देकर किसानों को राहत देने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस सिर्फ चुनावी जुमले तक ही सीमित है।
कर्जमाफी पर महिला एवं बाल विकास मंत्री और मंदसौर प्रभारी अर्चना चिटनीस का बयान ने कहा, जहां किसान नहीं सोच सकता था वो सीएम शिवराज सिंह ने किसानों के लिए सोचा। बिजली, सिंचाई, भवान्तर योजना और जीरो पर्सनेट ब्याज पर किसानों को लोन दिया।
मंत्री-विधायक हुए परेशान
इधर, विकास यात्रा का ब्योरा तलब करने को लेकर मंत्री विधायक से सबूत मांगें जा रहे है। जिससे मंत्री-विधायक परेशान हैं। दरअसल, उन्होंने विकास यात्रा के नाम पर महज औपचारिकता की है। वहीं, कुछ मंत्रियों ने अपने क्षेत्र में तो विकास यात्रा जोर-शोर से निकाली, लेकिन अपने प्रभार के जिलों में रुचि नहीं ली। अब उन्हें डर सता रहा है कि यात्रा का लेखा-जोखा कहीं शाह के पास न चला जाए, यदि ऐसा होता है तो विधानसभा चुनाव में उनका टिकट खतरे में आ सकता है।
15 मई से 15 जून तक विकास यात्रा
15 मई से 15 जून तक होने वाली विकास यात्रा में हर विधायक को अपने विधानसभा क्षेत्र में एक रूट निर्धारित करके यात्रा निकालनी थी। इस दौरान अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के भूमिपूजन, लोकार्पण करने के साथ ही एक रथ के जरिए प्रदेश सरकार की योजनाओं का प्रचार भी करना था। जनता से संवाद और रात्रि विश्राम भी करना था। इस काम में हर जिले में भाजपा ने एक जिला महामंत्री की ड्यूटी भी लगाई थी।