इसके पहले भाजपामना चुकी हैं धिक्कार दिवस…
इसके पहले भाजपा ने 9 मार्च को कांग्रेस के खिलाफ धिक्कार दिवस के रूप में मना चुकी है। राजधानी में कलेक्टर कार्यालय का घेराव भी किया था। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने राहुल गांधी सहित प्रदेश कांग्रेस, व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा और कांग्रेस पर वचनपत्र के वादे पूरे नहीं करने का आरोप लगाया था। ट्रैक्टर पर सवार होकर पहुंचे राकेश सिंह ने कहा था कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। कल तक जो बंटाढार थे, आज वे कर्णधार हो गए।
ये लगाए थे आरोप
प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा था कि किसानों की सूची नहीं भेजी। भाजपा ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस सरकार जानबूझकर किसानों की सूची दिल्ली नहीं भेज रही है, क्योंकि मोदी सरकार उनके खातों में पैसे डालने वाली हैं। साढ़े तीन घंटे तक नारेबाजी और प्रदर्शन चलता रहा। लेकिन जब प्रशासन ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया तो भाजपा नेताओं ने एडीएम से चर्चा की। इसके कुछ देर बाद एडीएम जेपी सचान ने घोषणा करते हुए कलेक्टर कार्यालय को ही ओपन जेल बनाकर वहीं गिरफ्तारी दिखा दी।
कांग्रेस सरकार के झूठे वादों से परेशान हैं किसान…
15 साल से भूखे लोगों ने ट्रांसफर उद्योग खोल लिया है: संजर
सांसद आलोक संजर ने कहा था कि 15 साल से भूखे लोगों ने ट्रांसफर उद्योग खोल लिया है। जो ज्यादा पैसा देता है, उसका ट्रांसफर कर दिया। कम देने वाले का भी खा गए और ज्यादा देने वाले का भी खा गए। महापौर आलोक शर्मा ने कहा था कि यह तबादला सरकार है, दिन में तीन बार एक ही अफसर का तबादला होता है। सारंग ने कहा था कि कांग्रेस मंत्रियों में अहंकार आ गया है, वे धमकी देने लगे हैं। विधायक रामेश्वर ने कहा था कि कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में वोट से और पाकिस्तान को बम से निपटाएंगे।