सबसे नया चमकदार चेहरा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का रहेगा. सिंधिया के साथ ही केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल और मंत्री भूपेंद्र सिंह को शामिल किया जा सकता है. इनके अलावा दो महिला चेहरे पूर्व सीएम उमा भारती व भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के हैं, लेकिन प्रदेश संगठन से तमाम जुगलबंदी के बावजूद इनका अस्थिर व्यवहार कोर गु्रप में शामिल होने में बाधा है.
ग्रुप में इनकी हो सकती है एंट्री
ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, भूपेंद्र सिंह, प्रज्ञा सिंह ठाकुर, हितानंद शर्मा, लाल सिंह।
ये होंगे बाहर
जयंत मलैया, थावरचंद गेहलोत, विनय सहस्त्रबुद्धे, कृष्णमुरारी मोघे, गोपाल भार्गव, प्रभात झा, फग्गन सिंह कुलस्ते, विक्रम वर्मा।
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ये रह सकते हैं बरकरार:
शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा, राकेश सिंह, राजेंद्र शुक्ल।
ये नेता बदलाव के साथ शामिल
वीडी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष और मुरलीधर राव प्रदेश प्रभारी होने के नाते कोर-ग्रुप में स्वत: माने जाएंगे. सामान्यत: पिछले प्रदेश अध्यक्ष को गु्रप में रखा जाता है. राकेश सिंह के समय नंदकुमार सिंह इसी आधार पर शामिल किए गए थे, लेकिन उनका निधन हो चुका है. संगठन महामंत्री के तौर पर अरविंद मेनन की जगह सुहास भगत शामिल हैं, पर सह-संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा शामिल नहीं हैं.
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मौजूदा कोर ग्रुप 2017 में बना था. तब, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह थे. इसके बाद कोर ग्रुप का गठन नहीं हुआ. 2017 में भी औपचारिक बदलाव के बजाय पूर्व के कोर ग्रुप को ही आंशिक बदलाव के साथ अपना लिया गया था. इसलिए मुख्यत: 2015 के बाद से कोर ग्रुप पूरी तरह बदला नहीं गया है.