इस दौरान दोनों महिला डॉक्टरों ने वहां से भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई। घटना का वीडियो भी सामने आया, जिसमें साफ दिख रहा है कि कैसे ये पत्थरबाज दोनों लेडी डॉक्टर्स पर बेरहमी से पत्थर बरसा रहे हैं। इस घटना में दोनों की चोटी भी आई है लेकिन हौसला नहीं हारी है। घटना के 24 घंटे भी नहीं बीते हैं और दोनों डॉक्टर काम पर लौट आई हैं।
डरना नहीं चाहिए स्थानीय लोगों के द्वारा की गई पत्थरबाजी की घटना में जख्मी हुई डॉक्टर जाकिया सैयद ने कहा कि हमें चोटें लगी हैं। हमें अपना काम भी करना है और डरना नहीं चाहिए।
डॉक्टर ने सुनाई आपबीती पत्थरबाजी में जख्मी हुई एक डॉक्टर ने कहा कि हमलोग वहां स्क्रीनिंग के लिए गए थे। हमलोगों को वहां पॉजिटिव के कॉन्टैक्ट की हिस्ट्री मिली थी, इसलिए वहां देखने गए थे। हमलोगों ने जैसे ही पूछताछ शुरू की, उन लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। डॉक्टर तृप्ति कटारिया ने कहा कि मेरे साथ डॉक्टर जाकिया और एएनएम की टीम भी थी। डॉक्टर ने कहा कि वहां की स्थिति इतनी खराब थी कि हमलोग बच नहीं सकते थे।