मध्यप्रदेश के हस्तशिल्पी और बुनकरों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने उनकी सामग्री की ब्रांडिंग की तैयारी की है। इसके लिए ब्रांड बिल्डिंग योजना भी शुरू की गई है। इसके लिए 9 करोड़ 80 लाख रुपए किया गया है। इस योजना से इनके उत्पादकों की पहचान मध्यप्रदेश सहित पूरे देश और विदेशों में हो सकेगी। सरकार का मानना है कि ब्रांडिंग होने से इनके उत्पाद की मांग बढ़ेगी और इन्हें उनके हस्तशिल्प का उचित दाम मिल सकेगा। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। देश के विभिन्न राज्यों के साथ विदेशों में भी शो रूम खोलने की तैयारी है। अप्रैल 2020 में लंदन में मृगनयनी प्रदर्शनी लगाने की तैयारी है।
प्रशिक्षण के साथ रोजगार –
लघु उद्योग चला रहे लोगों के हुनर में और निखार आए इसके लिए उन्हें बेहतर प्रशिक्षण के साथ रोजगार की भी व्यवस्था की जा रही है। राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों से 1300 लाख खरीदी के आदेश मिले, जिससे 1700 से अधिक बुनकरों को सीधे रोजगार मिला। महेश्वर, चंदेरी सहित प्रदेश के 280 बुनकरों को डिजाईन प्रशिक्षण दिया गया। ग्वालियर के कालीन पार्क में 20 हाथकरघे स्थापित कर बुनकरों को रोजगार दिया गया। कागज के बैग एवं दोना-पत्तल तैयार करने वाले शिल्पियों को भी ट्रेनिंग देकर रोजगार दिया गया। पत्थर शिल्प के क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए छतरपुर, मुरैना, ग्वालियर और जबलपुर जिले के शिल्पियों को प्रशिक्षण और मार्केटिंग की सुविधा दी गई।
लघु उद्योग चला रहे लोगों के हुनर में और निखार आए इसके लिए उन्हें बेहतर प्रशिक्षण के साथ रोजगार की भी व्यवस्था की जा रही है। राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों से 1300 लाख खरीदी के आदेश मिले, जिससे 1700 से अधिक बुनकरों को सीधे रोजगार मिला। महेश्वर, चंदेरी सहित प्रदेश के 280 बुनकरों को डिजाईन प्रशिक्षण दिया गया। ग्वालियर के कालीन पार्क में 20 हाथकरघे स्थापित कर बुनकरों को रोजगार दिया गया। कागज के बैग एवं दोना-पत्तल तैयार करने वाले शिल्पियों को भी ट्रेनिंग देकर रोजगार दिया गया। पत्थर शिल्प के क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए छतरपुर, मुरैना, ग्वालियर और जबलपुर जिले के शिल्पियों को प्रशिक्षण और मार्केटिंग की सुविधा दी गई।
बुनकरों की स्थिति सुधारने के लिए सरकार उन्हें प्रशिक्षण के साथ रोजगार की व्यवस्था भी कर रही है। साथ ही उनके उत्पाद की ब्रांडिंग भी सरकार करेगी। देश के विभिन्न राज्यों के साथ विदेशों में भी हस्तशिल्प उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए शो-रूम खोले जाएंगे।
– हर्ष यादव, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री