बीआरटीएस के कट प्वॉइंट्स पर वार्डन्स की तैनाती का दावा तो किया जाता है, पर मौके पर ये नहीं मिलते। डेडीकेटेड लेन में दौडऩे वाली बसों पर कार्रवाई भी नहीं होती। वार्डन्स ने बीसीएलएल प्रबंधन को कई बार शिकायत की है कि वाहनों को रोकने पर बदसलूकी की जाती है। कॉरिडोर में कई जगह अवैध कट प्वॉइंट भी बना लिए हैं।
फोर व सिक्सलेन सडक़ों के जमाने में बीआरटीएस की 20 मीटर की सडक़ को तीन भागों में बांटा है।
बीच वाली सडक़ को लो फ्लोर बसों के लिए डेडीकेटेट लेन घोषित कियाहै। इस लेन के दोनों तरफ सामान्य वाहनों के चलने के लिए महज 10 मीटर संकरी सडक़ है।
बैरागढ़, हलालपुरा, बीयू, बागसेवनियां थाना, दानिश नगर, चिनार फॉच्र्यून, शनि मंदिर और मिसरोद थाने के सामने डेडीकेटेड लेन में सबसे अधिक कट प्वॉइंट हैं। वाहनों के मुडऩे से हादसे होते हैं।
हबीबगंज स्टेशन से एमपी नगर तक टुकड़ों में डेडीकेटेड लेन है, जो अकसर खाली रहती है। मिक्स लेन में जाम के हालात बनते हैं।
न्यू मार्केट, कफ्र्यू माता मंदिर, हमीदिया रोड, कलेक्ट्रेट और हलालपुरा में डेडीकेटेड लेन नहीं है। इससे हादसे होते हैं।
बैरागढ़ की शुरुआत और आखिरी छोर पर बनी डेडीकेटेड लेन से दोनों तरफ की सडक़ें वाहनों से भरी रहती हैं।
डेडीकेटेड लेन में प्रवेश करने वाले प्राइवेट वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस से मदद मांगी है।
केवल मिश्रा, डायरेक्टर, बीसीएलएल
मैं इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहता। ज्यादा जानकारी आईएसबीटी स्थित कार्यालय से मिल सकती है।
अनिल वर्मा, संचालक, वर्मा ट्रैवल्स