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भोपाल

ट्रैफिक वार्डन की शिकायत पर कार्रवाई नहीं, डेडीकेटेड लेन में बेखौफ दौड़ रहीं प्राइवेट बसें

जान से खिलवाड़: बैरागढ़ से मिसरोद तक 22 किमी में जगह-जगह कट प्वॉइंट, रोजाना हादसे

भोपालNov 22, 2019 / 12:14 pm

manish kushwah

ट्रैफिक वार्डन की शिकायत पर कार्रवाई नहीं, डेडीकेटेड लेन में बेखौफ दौड़ रहीं प्राइवेट बसें

ट्रैफिक वार्डन की शिकायत पर कार्रवाई नहीं, डेडीकेटेड लेन में बेखौफ दौड़ रहीं प्राइवेट बसें

भोपाल. बीआरटीएस की डेडीकेटेड लेन को प्राइवेट बस ऑपरेटरों ने शहर में प्रवेश और बाहर निकलने का जरिया बना रखा है। बैरागढ़ से हलालपुरा के बीच हादसे के दूसरे दिन गुरुवार को भी प्राइवेट बसें दौड़ती रहीं। बुधवार रात वर्मा ट्रैवल्स की वॉल्वो बस ने बाइक सवार दंपती को ईसाई कब्रिस्तान के सामने कट प्वॉइंट पर टक्कर मारी थी। हादसे में सोनागिरी निवासी प्रेमचंद्र गौर की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि पत्नी और बेटा घायल हो गए। पत्रिका ने पड़ताल में पाया कि वर्मा ट्रेवल्स की घुसपैठ की शिकायत ट्रैफिक वार्डन ने छह दिन पहले बीसीएलएल प्रबंधन को की थी। इसके बावजूद जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। वे हैदराबाद टूर की योजना बनाने में ही व्यस्त रहे। मालूम हो कि हादसे के वक्त वर्मा ट्रेवल्स की वॉल्वो बस डेडीकेटेड लेन में थी, जबकि इसमें चलने की अनुमति सूत्र बस सेवा, चाटर्ड बस, लो फ्लोर बस, एंबुलेंस और स्कूल बसों को ही है।
जहां मर्जी… वहां कट प्वॉंइंट, वार्डन भी गायब
बीआरटीएस के कट प्वॉइंट्स पर वार्डन्स की तैनाती का दावा तो किया जाता है, पर मौके पर ये नहीं मिलते। डेडीकेटेड लेन में दौडऩे वाली बसों पर कार्रवाई भी नहीं होती। वार्डन्स ने बीसीएलएल प्रबंधन को कई बार शिकायत की है कि वाहनों को रोकने पर बदसलूकी की जाती है। कॉरिडोर में कई जगह अवैध कट प्वॉइंट भी बना लिए हैं।
बीआरटीएस: खामियां जिनसे हो रहे हादसे
फोर व सिक्सलेन सडक़ों के जमाने में बीआरटीएस की 20 मीटर की सडक़ को तीन भागों में बांटा है।
बीच वाली सडक़ को लो फ्लोर बसों के लिए डेडीकेटेट लेन घोषित कियाहै। इस लेन के दोनों तरफ सामान्य वाहनों के चलने के लिए महज 10 मीटर संकरी सडक़ है।
बैरागढ़, हलालपुरा, बीयू, बागसेवनियां थाना, दानिश नगर, चिनार फॉच्र्यून, शनि मंदिर और मिसरोद थाने के सामने डेडीकेटेड लेन में सबसे अधिक कट प्वॉइंट हैं। वाहनों के मुडऩे से हादसे होते हैं।
हबीबगंज स्टेशन से एमपी नगर तक टुकड़ों में डेडीकेटेड लेन है, जो अकसर खाली रहती है। मिक्स लेन में जाम के हालात बनते हैं।
न्यू मार्केट, कफ्र्यू माता मंदिर, हमीदिया रोड, कलेक्ट्रेट और हलालपुरा में डेडीकेटेड लेन नहीं है। इससे हादसे होते हैं।
बैरागढ़ की शुरुआत और आखिरी छोर पर बनी डेडीकेटेड लेन से दोनों तरफ की सडक़ें वाहनों से भरी रहती हैं।

डेडीकेटेड लेन में प्रवेश करने वाले प्राइवेट वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस से मदद मांगी है।
केवल मिश्रा, डायरेक्टर, बीसीएलएल


मैं इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहता। ज्यादा जानकारी आईएसबीटी स्थित कार्यालय से मिल सकती है।
अनिल वर्मा, संचालक, वर्मा ट्रैवल्स
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