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भोपाल

महिलाआें का मामला आते ही ब्यूरो क्रेट्स अटका देते हैं फाइलें- रेखा शर्मा

मीडिया से बातचीत में शिवराज को दी नसीहत, कहा लड़कियों के विवाह की बजाय शिक्षा पर दें जोर

भोपालSep 20, 2018 / 05:42 pm

Radhyshyam dangi

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भोपाल। महिलाओं के मामले आते ही ब्यूरोक्रेट्स फाइलें अटकाना शुरू कर देते हैं। ब्यूरोक्रेसी का महिलाओं के प्रति लचर रवैया होता है, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का राज्य सरकार ने प्रचार-प्रसार नहीं किया। निर्भया के लिए पैसा आ रहा है, लेकिन इस्तेमाल नहीं हो रहा है। यह बात बुधवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कही।

 

उन्होंने कल्याणी विवाह, कन्याओं के विवाह आदि के बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नसीहत दी कि वे बालिकाओं आदि की शादियां करवाते हैं, यह अच्छी बात है, लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी यह है कि इन्हें समाज के सामने मुख्यधारा में लाया जाए। उन्होंने दहेज के मामले में बोला कि दहेज देने से अच्छा है इन्हें शिक्षा-दीक्षा देकर आत्म निर्भर बनाया जाए।

इनकी पढ़ाई पर ध्यान दिया जाए। वहीं, जब उनसे मप्र में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के बारे में सवाल किया तो वे इसे टाल गई। मीडिया ने जब उनसे पूछा कि महिला आयोग के सदस्यों आदि का मानदेय कैसे बढ़ाया जाएगा और कब तक बढ़ेगा तो उन्होंने आरोप लगाया है कि इसमें समय लगेगा, जैसे ही महिलाओं का मामला सामने आता है, ब्यूरोक्रेट्स फाइलें अटकाना शुरु कर देते हैं।

मुख्य सचिव से मिलने के बाद ली प्रेस कांफ्रेंस

बुधवार को मुख्य सचिव बीपी सिंह से रेखा शर्मा की मुलाकात हुई। उन्होंने महिलाओं के मुद्दे पर मुख्य सचिव से बात की थी। केंद्र सरकार की महिलाओं के लिए चलाई जा रही स्वास्थ्य, आदिवासी, बेटी बचाओ, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्प लाइन आदि के बारे में मुख्य सचिव से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने प्रेस से कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के प्रदेश में मात्र ६.९६ लाख हितग्राही है। इसका यहां प्रचार ठीक से नहीं किया गया है।

 

हर जिले में सुधार गृह नहीं है
रेखा शर्मा ने कहा कि मुझे आज पता चला है कि प्रदेश के हर जिले में सुधार गृह नहीं है। जबकि हर जिले में सुधार गृह होना चाहिए। उन्होंने बताया कि निर्भया के लिए केंद्र और राज्य से फंड मिल रहा है, लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। उन्होंने महिलाओं को पेंशन के मामले में भी कहा कि हितग्राहियों से मिलने पर उन्होंने पाया कि बैंक खाते खोलने में उन्हें समस्या आ रही है, जिसका समाधान किया जाना चाहिए।

 

उज्जवला पर भी उठाए सवाल

केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी लेने दो दिन के लिए भोपाल पहुंची रेखा शर्मा ने केंद्र सरकार की उज्जवला योजना पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उज्जवला के 70 लाख कनेक्शन देने थे, लेकिन अभी तक 49 लाख ही कनेक्शन हो पाए हैं। प्रदेश में उज्जवला की धीमी गति से लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। उन्होंने आदिवासी परिवार की महिला मुखिया को १ हजार रुपए देने वाली योजना की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की अनूठी योजना यहां देखने को मिली।

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