हादसे में बस में करीब 20 यात्री घायल हुए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर होने पर उन्हें भोपाल रेफर कर दिया। जानकारी के अनुसार 22 सीटर बस में ढूंस-ढूंसकर 35 लोग सवार बैठाए गए थे।इनमें से कुछ को मामूली चोट आई है लेकिन 20 यात्रियों को ज्यादा चोटें हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही आस-पास के ग्रामीण ने मदद की, घायलों को बस से बाहर निकाला और उपचार के लिए विभिन्न साधनों से कुरावर अस्पताल पहुंचा। घायलों में पचोर से लेकर आस-पास के ग्रमीण अंचलों से भोपाल तक के यात्री शामिल हैं।
बस की रफ्तार भी तेज, डंपर चालक बना कारण
प्रत्यक्षदर्शियों ने अनुसार पचोर की ओर से भोपाल जा रही बस (एमपी09एस8 798 ) को चालक रफ्तार से चला रहा था। इसी बीच इसी बीच सामने से एक बोलेरो को ओवरटेक करते हुए डपर बस के सामने आकर खड़ा हो गया।
ऐसे में आमने-सामने की टक्कर को बचाने के लिए बस चालक ने बस को खेत की तरफ उतार दिया, जिससे वह अनियंत्रित होकर पलट गई। यदि यह टक्कर आमने-सामने होती तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।
घटना के बाद बस चालक और परिचालक भाग गये, पुलिस बस को थाने लाई। वहीं, ओव्हरटेक करने वाले डंपर की तलाशकी जा रही है। सामने आई संजीवनी-108 की संवेदनहीनता
बस पलटने और यात्रियों के घायल होने की सूचना संजीवनी-108 और डायल-100 को दी गई तो 100 तो पहुंच गई लेकिन 108 घंटेभर बाद पहुंची।ऐसे में पुलिस ने गंभीर घायलों को अस्पताल पहुंचाया वहीं, अन्य को ग्रामीणों की मदद से पहुंचाया गया।
बस पलटने और यात्रियों के घायल होने की सूचना संजीवनी-108 और डायल-100 को दी गई तो 100 तो पहुंच गई लेकिन 108 घंटेभर बाद पहुंची।ऐसे में पुलिस ने गंभीर घायलों को अस्पताल पहुंचाया वहीं, अन्य को ग्रामीणों की मदद से पहुंचाया गया।
अस्पताल पहुंचने के बाद पहुंची संजीवनी-108 सिर्फ एक गंभीर घायल को लेकर रवाना हो गई, दूसरे को बैठाया तक नहीं। चिकित्सकों ने दूसरे गंभीर घायल को जननी से भोपाल भेजा जबकि तीसरे को भेजने के लिए चिकित्सकों ने कॉल किया तो कॉल सेंटर ने तीन घंटे बाद सेवा देने की बात कही। ऐसे मे छोटेलाल पिता हरिप्रसाद को परिजन निजी साधन से भोपाल ले गए।
हादसे में इन यात्रियों को आई चोटें
हादसे में बस में सवार आरती पिता गीताप्रसाद मीणा (18 ) निवासी लसूडलया मामा , छितरा (60) विनासी बडग़ांव, हमकदम पिता बलीमोहमद (60), लूलाखाल पिता रामभरोसे रावत (20) धनखेड़ी, गोविंद पिता मोहनलाल माली निवासी लूलाखाल, प्रदीप विक्रमसिंह राजपूत (16), अमन पिता भारतसिंह राजपूत (16), पूजा पिता मोतीलाल विश्वकर्मा (18 ), शिवानी पिता मोतीलाल (17) दोनों निवासी बोरखेड़ा, भगवान पिता आजाद सिंह (30) निवासी भीलखेड़ी, हरिओम पिता समुंदरसिंह झागरिया (16), दौलतराम पिता शिवजी निवासी बडग़ांव (राजस्थान) घायल हुए। इनके अलावा छोटेलाल पिता हरिप्रसाद (60) हिनोथिया, नदीम पिता वशीम (20), जानकीबाई पति कांशीराम (40) निवासी धनखेड़ी को भोपाल रेफर किया गया है। इनके अलावा कई लोग सीधे निजी अस्पतालों में ले गए।
हादसे में बस में सवार आरती पिता गीताप्रसाद मीणा (18 ) निवासी लसूडलया मामा , छितरा (60) विनासी बडग़ांव, हमकदम पिता बलीमोहमद (60), लूलाखाल पिता रामभरोसे रावत (20) धनखेड़ी, गोविंद पिता मोहनलाल माली निवासी लूलाखाल, प्रदीप विक्रमसिंह राजपूत (16), अमन पिता भारतसिंह राजपूत (16), पूजा पिता मोतीलाल विश्वकर्मा (18 ), शिवानी पिता मोतीलाल (17) दोनों निवासी बोरखेड़ा, भगवान पिता आजाद सिंह (30) निवासी भीलखेड़ी, हरिओम पिता समुंदरसिंह झागरिया (16), दौलतराम पिता शिवजी निवासी बडग़ांव (राजस्थान) घायल हुए। इनके अलावा छोटेलाल पिता हरिप्रसाद (60) हिनोथिया, नदीम पिता वशीम (20), जानकीबाई पति कांशीराम (40) निवासी धनखेड़ी को भोपाल रेफर किया गया है। इनके अलावा कई लोग सीधे निजी अस्पतालों में ले गए।
अस्पताल मे जितनी सुविधा है उससे जितना बन सका है उतना हमने किया। भर्ती की व्यवस्था नहीं है, इसलिए प्राथमिक उपचार ही हो पाता है। हाईवे का अस्पताल है जिसमें सुविधाएं बढ़ाने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करवाया है।
– डॉ. नरेश गवली, मेडिकल ऑफिसर, प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र, कुरावर
– डॉ. नरेश गवली, मेडिकल ऑफिसर, प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र, कुरावर