cctv फुटेज में कैद हुए युवक
शनिवार को मिले सीसीटीवी फुटेज में आग लगाने वाले दो युवक को देखा गया है। आरोपी सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए हैं, इसकी सहायता से पुलिस अब आरोपियों को गिरफ्तार करने जुट गयी है। कैमरे में आग लगाने वाले दो साथियों के साथ युवक हाथ में बोतल लेकर आया था। जो आग लगाते हुए कैमरे में कैद हो गया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आग शुक्रवार के तड़के 5:15 बजे लगी थी
तीन दिन के अंदर आग की दूसरी घटना
गोदाम बाफना कॉलोनी निवासी मोहसीन कुरैशी का है। कबाडख़ाना इलाके में यह तीन दिन के अंदर दूसरी घटना है। आग की वजह से इलाके में रहने वाले लोग दहशत में हैं। शुक्रवार तडक़े टायर गोदाम के पास रहने वाले कई परिवारों को घर से भागना पड़ा था। लोगों का कहना कि गोदाम टीन से कवर्ड होने की वजह से बड़ा हादसा टल गया। हालांकि फायर टीम ने जेसीबी के जरिए टीन शेड को पूरा तोड़ दिया था।
दूर तक दिखा धुआं
आग की लपटें और धुआं शहर के हर कोने से दिखाई पड़ रहा था। गोदाम के बगले में अंसारी ट्रक बॉडी में काम करने वाले प्रेमसिंह परिहार ने बताया कि वह सूखी सेवनिया इलाके में रहते हैं। सूचना पर जब घर की छत पर पहुंचे तो वहां से धुआं नजर आया।
कोई लगा रहा है आग
आग की लगातार घटनाओं से व्यापारी सहमे हुए हैं। गोदाम संचालक सादिक खान ने आशंका जताई कि कोई जानबूझ कर आग लगा रहा है। उनका कहना है कि शॉर्ट सर्किट व माचिस की जलती तीली से टायर नहीं जलते। पुलिस को इसकी जांच करनी चाहिए।
…इधर निगम ने खुलवा दीं तीन हजार कबाड़ की दुकानें
आबादी के बीच स्थित कबाडख़ाने में लगी आग ने एक बार फिर से नगर निगम की जिम्मेदारी और कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्वच्छ भारत मिशन की गाइडलाइन में स्पष्ट है कि शहर में आबादी के बीच किसी भी तरह का कचरा, कबाड़ खुले में न रखा जाए।
बावजूद इसके नगर निगम ने शहर में 3000 से अधिक कबाड़ की दुकानें खुलवा दी। शहर के मुख्य क्षेत्रों, मुख्य सडक़ों से लेकर अंदरुनी गलियों, मोहल्लों तक में कबाड़ की दुकानें संचालित हो रही है। एक्सपट्र्स का कहना है कि कबाड़ में कई तरह की चीजें होती है। जब उसे तोड़ा जाता है तो गैस या रसायन का रिसाव होता है। कबाड़ का कचरा रहवासी क्षेत्रों में अव्यवस्था और अस्वच्छता भी बढ़ाता है।