हार्ट अटैक का मुख्य कारण व्यक्ति की रक्त धवनियों में ब्लड के रुक जाने से होता है। जब शरीर में वसा की मात्रा ज्यादा हो जाती है और हमारे शरीर की नसों में रक्त अच्छी तरह से सर्कुलेट नहीं हो पाता, जिसके कारण हृदय काम करना बंद कर देता है। हार्ट अटैक आने के कुछ ऐसे मुख्य कारण भी है, जिन्हें हम अपनी कुछ आदतें और खान पान के जरिये बुलाते हैं। इसलिए आज हम आपको ऐसी चीजों के बारे में बताएंगे, जिन्हें छोड़ कर आप बहुत हद तक इस प्राणघातक बीमारी से बच सकते हैं। आइये जानें उन चीजों के बारे में…।
हार्ट अटैक से बचना है तो इन चीजों से करलें तोबा
-फास्ट फूड
आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में लोग तुरत फुरत खाकर अपने समय की बचत करते हैं। इससे ये घर में खाना बनाने का समय बचा लेते हैं। इसी वजह से आज फास्ट फूड का चलन बहुत तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। लेकिन फास्ट फूड का सेवन शरीर के लिए बेहद हानीकारक होता है। फास्ट फूड शरीर में वसा की मात्रा बढ़ाते हैं और क्योंकि, ज्यादातर दुकानदार मार्जिन बढ़ाने के लिए इसे घटिया क्वालिटी के रिफाइंड तेल और अन्य सामग्रियों का इस्तेमाल करते हैं। इससे शरीर का कॉलेस्ट्राल लेवल बढ़ जाता है। यही कोलस्ट्राल हार्ट अटैक का मुख्य कारण होता है।
-धूम्रपान और तम्बाकू
धूम्रपान और तम्बाकू के सेवन से कैंसर जैसा गंभीर रोग होने की संभावना रहती है। साथ ही, ये ब्लड प्रेशर का भी मुख्य कारण होती है। हाई बीपी वाले व्यक्ति को भी हार्ट अटैक आने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है।
-एनर्जी ड्रिंक्स
एनर्जी ड्रिंक्स में ग्वाराना और टॉराइन जैसे नैचुरल एनर्जी बूस्टर्स मिश्रित होते हैं। कैफीन के संपर्क में आकर ये ड्रिंक पीने वाले व्यक्ति के दिल की धड़कन तेज़ कर देते हैं। एनर्जी ड्रिंक्स में बहुत ज्यादा मात्रा में कैफीन होती है जिससे अरिदमिया यानी कि अतालता की शिकायत हो सकती है। अतालता का मतलब है आपके दिल की धड़कनों की लय में परिवर्तन। जब धड़कनें बहुत तेज होती हैं, तो इसे त्रैकार्डिया कहा जाता है और जब हृदय धीमी गति से धड़कता है, इसे ब्राडीकार्डिया कहते हैं। अतालता का सबसे प्रमुख लक्षण है दिल की अनियमित धड़कन होती है, जिससे हार्ट अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
-चाइनीज़ फूड
चाइनीज़ फूड कैलोरी, फैट, सोडियम और कार्बोहाडड्रेट से भरपूर होते हैं। यह हमारे शरीर के ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देते हैं। यानी चाइनीज़ फूड एक बार सेवन पूरे दिन के लिए आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देता है। कुछ समय बाद ये शुगर तत्व धमनियों में एक जगह इकट्ठे हो जाते हैं, जो हार्ट अटैक का कारण बनते हैं।