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भोपाल

जगमग रोशनी से चमके राजधानी के घाट, शुरू हुआ 36 घंटे का निर्जला व्रत

शहर में 20 से अधिक स्थानों पर होंगे छठ पूजा के सामूहिक आयोजन

भोपालNov 13, 2018 / 12:29 am

Bhalendra Malhotra

Chhath Puja

Chhath Puja in bhopal

भोपाल. भोजपुरी समाज का सबसे बड़ा पर्व छठ पूजा मंगलवार को मनाया जाएगा। इस मौके पर भोजपुरी समाज के श्रद्धालु निर्जला व्रत रखेंगे और मंगलवार शाम को सरोवरों के किनारे पहुंचकर कमर तक पानी में खड़े होकर गन्ना, मौसमी फल, पूजन सामग्री, पकवान आदि बांस के डालिया में रखकर सूर्यास्त के समय सूर्यदेव को अघ्र्य देंगे और सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। शहर में 20 से अधिक स्थानों पर छठ पूजा का सामूहिक आयोजन किया जाएगा, इसी प्रकार मुख्य आयोजन शीतलदास की बगिया में होगा। सोमवार को खारना के साथ छठ पूजा के लिए 36 घंटे के निर्जला व्रत की शुरुआत हो गई है।
शहर में निवासरत भोजपुरी समाज में इन दिनों उत्साह का माहौल है। छठ महोत्सव के दौरान सोमवार को खरना हुआ। इसमें पूरे दिन श्रद्धालुओं ने निर्जला व्रत रखा और शाम को गुड़ और अरवा चावल की खीर, लौकी की सब्जी और रोटी का प्रसाद लेकर व्रत खोला। इसके बाद फिर निर्जला व्रत की शुरुआत की। यह निर्जला व्रत काफी कठिन माना जाता है।
यह सबसे बड़ा निर्जला उपवास होता है, जो लगभग 36 घंटे का होता है। इस व्रत की शुरुआत खरना के बाद पंचमी की रात्रि से हो जाती है। इसके बाद छठ को पूरे दिन और रात उपवास रहता है जो अगले दिन सप्तमी को सूर्योदय के बाद समाप्त होता है। मंगलवार को भी घरों में विशेष पूजा अर्चना की जाएगी, इसके बाद शाम को समाज के लोग सामूहिक रूप से सरोवरों के किनारे पहुंचेंगे और पूजा अर्चना कर डूबते सूर्य को अघ्र्य देंगे। इसी तरह बुधवार को उगते सूर्य की आराधना के साथ व्रत का समापन होगा।
दीपों से जगमगाएगा बड़ा तालाब, होगी रंगारंग आतिशबाजी


छठ पूजा महोत्सव का आयोजन भोजपुरी एकता मंच की ओर से शीतलदास की बगिया स्थित बड़ा तालाब में किया जाएगा। इस मौके पर यहां सामूहिक पूजा अर्चना की जाएगी और 5100 दीपों से दीपदान किया जाएगा, इसके बाद नौका विहार होगा और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी। मंच के अध्यक्ष कुवर प्रसाद ने बताया कि इस मौके पर कई भोजपुरी कलाकारों द्वारा भोजपुरी संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों और छठ लोकगीतों की प्रस्तुति दी जाएगी। इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहेंगे।
यहां भी होंगे आयोजन


प्रेमपुरा घाट, काली मंदिर परिसर, खटलापुरा घाट, शीतला माता मंदिर फतेहगढ़, हथाईखेड़ा सरस्वती मंदिर पांच नंबर, विश्वकर्मा नगर कोलार,काशी विश्वनाथ मंदिर न्यू जेल रोड, विवेकानंद हायर सेकेंडरी स्कूल, ओल्ड सुभाष नगर दुर्गा मंदिर, बैरागढ़ विसर्जन घाट, कर्बला पम्प हाउस, विश्वकर्मा मंदिर जाटखेड़ी, बाग मुगालिया एक्सटेंशन, हथाईखेड़ा डेम, विश्वकर्मा मंदिर बाग सेवनिया, अमराई पार्क सहित अन्य घाटों पर भी किया जाएगा।
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