शिवराज ने बैठक में कहा कि उच्च जोखिम वाले लोगों को पहले दोनों डोज लगवाएं जाएं। दूसरी डोज नहीं लगवाना समाज के लिए अपराध के समान है। सामान्य लोगों को भी दूसरी डोज के लिए चिह्नित करके अनिवार्य रूप से डोज लगाने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा, प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में टीकाकरण अभियान पर विशेष ध्यान दिया जाए। 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को पहली डोज लगाने विशेष कैम्प लगाए जाएं।
नगर पंचायत बुढ़ार और नगर परिषद खेतिया में पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। 13 जिलों की 66 ग्राम पंचायतों में भी शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन हो चुका है। सीएम ने निर्देश दिए कि कोविड टीकाकरण के साथ बच्चों को लगने वाले 14 प्रकार के टीकाकरण का अभियान भी निरंतर जारी है। बच्चों का यह टीकाकरण प्रभावित नहीं हो।
बैठक में निर्देशित किया गया कि सार्वजनिक स्थलों पर प्रवेश का आधार वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट बन सकता है। इनमें पर्यटन स्थल, सिनेमाघर, पार्क जैसे अन्य स्थल शामिल हो सकते हैं।
सीएम ने कहा, जिन दुकानों व संस्थानों ने बेहतर तरीके से कोरोना प्रोटोकाल का पालन किया, उन्हें सम्मानित किया जाए। भीड़ वाले क्षेत्रों में प्रोटोकॉल की निगरानी के लिए टावर लगाए जाएं। सम्मान योजना व रोको-टोको अभियान चलाए जाएं। प्रदेश में प्रतिदिन एक लाख तक कोरोना टेस्ट सुनिश्चित किए जाएं।
को रोना काल में दुकानों, होटलों और भीड़ वाले प्रतिष्ठानों में प्रोटोकॉल का पालन करने कूपन सिस्टम अपनाया जाएगा। दुकानों-होटलों से जितने लोग बाहर निकलेंगे, उतने ही नए लोग प्रवेश कर पाएंगे। होटल प्रतिष्ठान 50 फीसदी क्षमता के साथ खुलेंगे। कोविड अनुकूल व्यवहार की मंत्री समूह की बैठक में तय किया गया कि घर से निकलने वाले सौ फीसदी लोगों के मुंह पर मास्क जरूर हो। नगरीय निकाय चैकिंग अभियान चलाएंगे।