वहीं कुछ जगहों पर मकानों को ही लाज व रहने ठहरने का स्थान बना दिया गया है। इस ओर भी बिजली कंपनी का ध्यान नहीं है। कर्मिशयल बिल से बचने इन जगहों पर घरेलू कनेक्शन लिया गया है। आवासीय कालोनियों में संचालित दुकानों पर भी जो बिजली कनेक्शन लगे हैं वो भी घरेलू कनेक्शन के नाम से चल रहे हैं। शहर में बड़ी संख्या में घरों से ही ब्यूटी पार्लर व कोचिंग सेंटर गली मोहल्लों में संचालित है, जो नियमों का पालन नहीं करते हैं।
मीटरों पर बढ़ रहा लोड, पर बिल से बच रहे
रहवासी इलाकों में संचालित हो रहे घरेलू मीटर पर व्यावसायिक उपयोग किए जा रहे हैं। इससे मीटर पर अधिक लोड बढ़ जाता है। कई बार फॉल्ट की स्थिति भी निर्मित हो जाती है। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए बिजली विभाग द्वारा जल्द से जल्द इस ओर जांच कर ऐसे लोगों पर जुर्माने की कार्रवाई करनी चाहिए, जो कि घरेलू कनेक्शन लेकर उसका व्यावसायिक उपयोग कर रहे हैं।
शेड नहीं होने से धूप व बारिश में मजदूर होते हैं परेशान
संत नगर में मजदूरों के लिए ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां पर वे धूप और बारिश में रोजगार पाने खड़े हो सकें। मजदूर अभी शिव मंदिर चौराहे पर बारिश, ठंड और चिलचिलाती धूप में खड़े होकर काम के तलाश में रहते हैं। यहां लम्बे समय से टीन शेड बनाने की मांग की जा रही है। कई बार इसके लिए मजदूरों ने प्रदर्शन भी किया पर महापौर की घोषणा के बाद भी उनके कार्यकाल में श्रमिक शेड का निर्माण नहीं किया जा सका।
दरअसल, कांग्रेस ने मजदूरों के साथ मिलकर 2016 श्रम आयुक्त और नगर निगम आयुक्त से इस जगह पर शेड बनाने के लिए आवेदन दे चुका है। इसके लिए बजट एवं नपती भी नगर निगम द्वारा की गई थी, लेकिन निगम द्वारा निर्माण कार्य रोक दिया गया। 2017 में वार्ड 3 के पूर्व पार्षद अशोक मारण के साथ भोपाल की चौपाल महापौर के यहां आवेदन दिया। उसके बाद महापौर के यहां से पता चला कि शेड निर्माण के लिए 1 लाख 85 हजार का बजट पास हो चुका है, इससे जल्द ही शेड का निर्माण किया जाएगा। 1 साल बीतने के बाद भी अभी तक मजदूरों को बैठने की व्यवस्था नहीं हो पाई है।
वार्ड तीन के पूर्व पार्षद अशोक मारण का कहना है कि नगर निगम द्वारा मजदूर शेड निर्माण को रोक दिया गया। 2017 में भोपाल की चैपाल महापौर के यहां आवेदन दिया। उसके बाद महापौर के यहां से पता चला कि मजदूरो शेड निर्माण के लिए 1.85 लाख का बजट हो चुका है, लेकिन निर्माण नहीं किया गया।