विशेष राजनीतिक विचारधारा से जुड़े होने के कारण उनके द्वारा लोगों को मतदान के लिए जागरूक और प्रेरित करना निर्वाचन की निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। उन्हें निर्वाचन आयोग का स्टेट आईकॉन बनाया जाना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। इस संबंध में चुनाव में अयोग ने राजीव वर्मा से भी सफाई मांगी है।
इस मामले में ज्वाइंट सीईओ अभिजीत अग्रवाल का कहना है कि शिकायत आई हैं, इसका परीक्षण कराएंगे।
स्ट्रांग रूम में रखी जाएंगी मॉक पोल की पर्चियां
मॉक पोल की पर्चियां स्ट्रांग रूम में रखी जाएंगी। विधानसभा चुनाव के दौरान कई जिलों में मॉक पोल का वोट नेताओं के खाते में जोडऩे को लेकर हुए विवाद के चलते चुनाव आयोग ने यह निर्णय लिया है।
इस संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मॉक पोल की पर्चियां काले लिफाफे में बंद कर उसे स्ट्रांग रूम में रखा जाए। ये पर्चियां अगले चुनाव तक सुरक्षित रखी जाएंगी। जिससे विवाद की स्थिति या वोट चैलेंज होने पर इन्हें दिखाया जा सके।
आयोग ने यह भी कहा है कि अब मॉक पोल की वोटिंग के लिए मतदान दल राजनैतिक दलों का दस मिनट तक इंतजार करेंगी। समय पर न आने वाले दलों की गैर मौजूदगी में मॉक पोल शुरू कर दिया जाएगा।
छिंदवाड़ा में होगा साढ़े पांच बजे मॉक पोल छिंदवाड़ा लोकसभा में सुबह पांच बजे मॉक पोल होगा। यहां विधानसभा और लोकसभा के लिए अगल-अलग 50-50 वोट मॉक पोल में डाले जाएंगे। यह व्यवस्था उन जिलों के लिए की गई हैं, जहां लोकसभा के साथ विधानसभा के लिए उप चुनाव होने हैं।