अमेरिका में चलाते हैं रामलीला की क्लास
अमेरिका से आए ओम गुप्ता भी रामचरित मानस के लिए लंबे समय से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे अमेरिका में रामलीला की क्लास चलाते हैं, जिससे कई लोग जुड़े हुए हैं। इसी प्रकार सुंदरकांड पाठ, रामचरित मानस पर परिचर्चा आदि भी करते हैं। उन्होने तुलसी रामायण संक्षिप्त 1008 पंक्तियों में लिखी है। अलग-अलग भाषाओं में भी रामचरित मानस की कई कृतियां लिखी है, इसका उदद्देश्य है कि विभिन्न भाषी वाले क्षेत्रों में भी यह पहुंचे और लोग इसका लाभ उठाए।
बेंगलूरू के वैज्ञानिक डॉ आदित्य शुक्ल का कहना है कि हनुमानजी के पात्र और प्रसंगों का जीवन में बहुत महत्व है। रामायण के हर पात्र को हम 24 घंटे में किसी न किसी रूप में जीते हैं। दुनिया में जितने भी मैनेजमेंट कोर्स है, उसमें करुणा नहीं है। रामचरित मानस में मानवीय मूल्य स्वयं ही मिलते हैं। रामायण में हनुमानजी एक ऐसे पात्र है जो हर चीज से परिपूर्ण थे, बस उन्हें उनकी शक्ति याद दिलानी पड़ती थी। आज के युवा भी सभी प्रकार से परिपूर्ण है, बस जरूरी है कि वे उसका सही इस्तेमाल करे।