सीएम शिवराज पर कसा तंज
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए कहा कि, साइकल तो उस समय भेंट की जानी चाहिए थी, जब पेट्रोल के दाम 55 रुपए लीटर थे, अभी के हालातों को देखते हुए तो प्रदेश के मुखिया को चप्पल भेंट करनी चाहिए, ताकि वो पैदल चलें और जनता के हालात समझे। कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, प्रदेश कांग्रेस की तरफ से पहले भी राज्य की बीजेपी सरकार और कैन्द्र की बीजेपी सरकार को पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को कम करने का सुझाव दिया था, लेकिन बीजेपी की दोनो सरकारें इस बात को गंभीरता से लेना ही नहीं चाहतीं।
कांग्रेस ने दिया था यह सुझाव
कमलनाथ ने कहा कि, हमने प्रदेश सरकार को सुझाव दिया था कि, प्रदेश की जनता को पेट्रोल-डीज़ल के दामों में राहत देने के लिए प्रदेश में बिकने वाले नशीले पदार्थ जिनमें, शराब, गुठखा-तंबाकू, सिगरेट बीड़ी सभी लोगों को नुकसान पहुंचाने वाले और लोगों के शोख की चीज़ माने जाने वाले उत्पादों पर टेक्स बढ़ाना चाहिए और लोगों के मूलभूत इस्तेमाल की चीज़ पेट्रोल-डीज़ल पर राहत देना चाहिए। कमलनाथ ने यह भी कहा कि, हमने केन्द्र सरकार को भी सुझाव दिया था कि, पेट्रोल-डीज़ल को भी जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए, जिससे देश प्रदेश के सभी नागरिकों को रोज़ाना बढ़ती इस महंगाई से राहत मिल सके।
सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में असमर्थः कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि, सरकार का यह पहला दायित्व होता है कि, बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाकर जनता को सस्ती से सस्ती दरों पर चीजें मुहय्या करानी चाहिए। पेट्रोल के दाम घटाने के लिए सरकार को हरसंभव कोशिश करनी चाहिए ताकि जनता को महंगाई से राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि, पेट्रोल-डीजल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में घटे हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में कर वसूली के मामले में यह आसमान छू रहे हैं।